0 84 लाख के ग्रीन पटाखों से 23 मिनट हुई आतिशबाजी
अयोध्या। अयोध्या राममय है। 7वें दीपोत्सव पर सरयू नदी के किनारे 51 घाटों पर 24 लाख दीप जलाए गए। 22 लाख 23 हजार दीप जलाने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बना। होलोग्राफिक लाइट के जरिए महर्षि वाल्मीकि की राम की कथा सुनाई गई। लेजर शो के बाद 23 मिनट आतिशबाजी की गई। 84 लाख रुपए की कीमत के ग्रीन पटाखे जलाए गए।
24 लाख दीपों को जलाने के लिए 1 लाख 5 हजार लीटर सरसों तेल का इस्तेमाल किया गया है। 54 देशों के राजदूत भी दीपोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे हैं। दीपों की गिनती के लिए 8 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। पिछली बार सरयू तट पर 15 लाख 76 हजार दीप जलाने का कीर्तिमान गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है।
इससे पहले सुबह श्रीराम के अयोध्या आगमन को प्रतीकात्मक रूप में दर्शाते हुए भव्य शोभा यात्रा निकली गई। दोपहर में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण पुष्पक विमान (हेलिकॉप्टर) से अयोध्या पहुंचे। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी सभी का स्वागत किया। इसके बाद प्रभु राम को रामकथा पार्क लाया गया। यहां भगवान राम का राज्याभिषेक हुआ। सीएम योगी ने राम का राज तिलक किया।
योगी बोले- एक ही नारा था मंदिर का निर्माण करो
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "2017 में जब दीपोत्सव का कार्यक्रम शुरू हुआ था। तब आप लोगों का उत्साह देखकर ऐसा लगता था। जैसे हर व्यक्ति की एक ही तमन्ना है। उस समय अयोध्या वासियों की ओर से तब एक ही नारा गूंजता था। तब आपकी एक ही आवाज आई थी। योगी जी एक काम करो और मंदिर का निर्माण करो। वही उत्साह की परीक्षा की घड़ी आज उतर प्रदेश वासियों की आज चुकी है।" उन्होंने कहा कि भगवान राम के 14 साल के वनवास की स्मृतियों को अविस्मरणीय बनाने के लिए आज अयोध्या में दीपोत्सव मनाया जा रहा है।
अयोध्या के विकास के लिए 30 हजार 500 करोड़ खर्च
योगी आदित्यनाथ ने कहा, "हमने बदली हुई अयोध्या देखी और देख रहे हैं। अगले दो महीने में रामलला 500 वर्ष बाद अपने स्थान पर विराजमान होंगे। अयोध्या धाम में सरकार की तरफ से तीस हजार 500 करोड़ की परियोजनाएं चल रही हैं। निजी क्षेत्र इससे अलग है। जब तक रामलला अयोध्या में विराजमान होंगे तब तक यहां 50 हजार करोड़ की योजनाएं मूर्त रूप लेते हुए दिखाई देंगी। इससे यहां रोजगार के ढेरों अवसर भी मिलेंगे।
झांकियों में राम जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक की यात्रा
रामनगरी में आज 19 झांकियां निकाली गईं। झांकियों के जरिए भगवान राम के जन्म काल से लेकर राज्याभिषेक तक की यात्रा दिखाई गई है। इसमें रामायण कालीन शिक्षा, दक्षिण से लेकर उत्तर तक के लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम, सुरक्षा, भयमुक्त समाज, बच्चों का अधिकार, बेसिक शिक्षा, राम-सीता विवाह, बेटियों की शादी के लिए सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्था, मिशन शक्ति, नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, महिला हेल्पलाइन नंबर, वन और पर्यावरण, रामेश्वरम सेतु, पुष्पक विमान, बेहतर हवाई यात्रा कनेक्टिविटी, केवट प्रसंग, बेहतर कानून व्यवस्था, शबरी-राम मिलाप, लंका दहन, भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई आदि का संदेश दिया गया।