0 संसद का शीतकालीन सत्र शुरू, 22 दिसंबर तक चलेगा
0 आप सांसद राघव चड्ढा का राज्यसभा से निलंबन रद्द, अगस्त 2023 से सस्पेंड थे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष का सोमवार को आह्वान किया कि वे संसद को पराजय का गुस्सा निकालने का मंच ना बनायें और नकारात्मकता एवं नफरत छोड़ कर सकारात्मक विचार के साथ आये और देश को 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए जनता की आकांक्षा को पूरा करने में सहयोग करें।
श्री मोदी ने यहां संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत के पहले संसद भवन परिसर में मीडिया को दिये अपने वक्तव्य में चार राज्यों के चुनावी परिणामों को नकारात्मकता के विरुद्ध जनादेश बताते हुए कहा, “कल ही चार राज्यों के चुनाव नतीजे आए हैं। बहुत ही उत्साहवर्धक परिणाम आए हैं। ये उनके लिए उत्साहवर्धक हैं, जो देश के सामान्य मानवी के कल्याण के लिए, देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए समर्पित हैं।
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार 4 दिसंबर से शुरू हो गया। यह सेशन 22 दिसंबर तक चलेगा। 19 दिन के दौरान दोनों सदनों में 15 बैठके होंगी। लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी के पहुंचते ही एनडीए के सांसदों ने उनका जोरदार स्वागत किया। सांसदों ने नारे लगाए- बार-बार मोदी सरकार। तीसरी बार मोदी सरकार। सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष से अपील की। उन्होंने कहा कि बाहर मिली पराजय का गुस्सा सदन में मत निकालिए। सदन में सकारात्मक चर्चा कीजिए।
लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने बैनर लहराए। इस पर स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि सदन में प्लेकार्ड्स नहीं ला सकते। सदन नियमों के मुताबिक ही चलेगा।
उधर, राज्यसभा ने आप सांसद राघव चड्ढा का निलंबन रद्द कर दिया। वे अगस्त 2023 से निलंबित चल रहे थे। इसके लिए भाजपा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने प्रस्ताव रखा था।
विपक्ष के लिए ये सत्र अपनी बात रखने का अच्छा मौकाः मोदी
पीएम ने कहा कि राजनीतिक गर्मी बड़ी तेजी से बढ़ रही है। चार राज्यों के नतीजे आए हैं। बहुत ही उत्साहवर्धक परिणाम हैं। ये देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए हैं। महिलाएं, युवा, किसान और गरीब ये ऐसी महत्वपूर्ण जातियां हैं, जिनका एम्पॉवरमेंट जरूरी है। जब आप लोक कल्याण के लिए काम करते हैं तो एंटी-इन्कंबेंसी फैक्टर खत्म हो जाता है। नई संसद है, कुछ कमियां महसूस हो सकती हैं। उन्हें दूर करेंगे। मुझे विश्वास है कि स्पीकर और उपराष्ट्रपति के निर्देशन में संसद चलेगी। सत्र के लिए हम विपक्ष के साथियों के साथ चर्चा करते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ है। लोकतंत्र का ये मंदिर जनआकांक्षाओं के लिए, विकसित भारत की नींव मजबूत बनाने के लिए महत्वपूर्ण मंच है। सभी सांसद ज्यादा से ज्यादा तैयारी करके आएं। बिलों पर अच्छी बहस हो और ज्यादा से ज्यादा सुझाव आएं। जब चर्चा नहीं होती तो देश इन चीजों को मिस करता है। वर्तमान चुनाव नतीजों के आधार पर कहूं तो विपक्ष के साथियों के लिए अच्छी अपॉरच्युनिटी है। पिछले 9 साल की नकारात्मकता छोड़कर सकारात्मकता लेकर आइए। सबका भविष्य उज्जवल है। बाहर की पराजय का गुस्सा सदन में मत उतारिए। लोकतंत्र के मंदिर के वो मंच मत बनाइए। थोड़ा सा अपना रुख बदलिए। देशहित में सकारात्मकता का साथ दीजिए। देश के मन में कुछ बातों को लेकर नफरत पैदा हो रही है, उसे दूर कीजिए। सदन की कार्यवाही में सहयोग दीजिए। देश को सकारात्मकता का संदेश दें। लोकतंत्र में विपक्ष में महत्वपूर्ण और सामर्थ्यवान है। अब देश विकसित होने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना चाहता। सभी सांसद इस भाव का आदर करते हुए आगे बढ़ें।
सत्र शुरू होने से पहले इंडिया गठबंधन की मीटिंग हुई
सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ मीटिंग की। इसमें सदन की कार्यवाही को लेकर रणनीति तैयार की गई। विपक्षी सांसदों ने तय किया कि महुआ मोइत्रा मामले में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट सदन में रखे जाने से पहले लीक कैसे हो गई, इसे सदन में उठाया जाएगा।
राज्यसभा में वाइस चेयरपर्सन पैनल में अब 50% महिलाएं
सभापति जगदीप धनखड़ ने 8 सदस्यीय वाइस चेयरपर्सन पैनल में 4 महिलाओं को नियुक्त किया है। इनमें कांग्रेस की फूलो देवी नेताम और भाजपा की फेंगनॉन कोन्याक, दर्शना सिंह और सोनल मानसिंह को शामिल किया गया है। वहीं, 4 पुरुष सांसदों में बीजेडी के सस्मित पात्रा, वाईएसआरसीपी के विजयसाई रेड्डी, टीएमसी के सुखेंदु शेखर रे और निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा हैं।
विपक्ष के प्रस्तावों पर चर्चा के लिए तैयार है सरकार
सत्र की शुरुआत से ठीक पहले 2 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक हुई। जिसमें 23 दलों के 30 नेता शामिल हुए। विपक्षी नेताओं ने क्रिमिनल लॉ के अंग्रेजी नामकरण की मांग, महंगाई, जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और मणिपुर के मुद्दों को भी उठाया। मीटिंग के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। बशर्ते विपक्ष चर्चा के लिए माहौल बना रहने दे। इसलिए विपक्ष से सदन को सुचारू रूप से चलने देने का अनुरोध किया गया है।