0 23 जनवरी को कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़ी थी, राहुल पर उकसाने का आरोप
गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बुधवार को कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव के बाद हम राहुल गांधी को गिरफ्तार करेंगे। 23 जनवरी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा को गुवाहाटी शहर में जाने से रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग की थी, जिसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उखाड़ दिया था।
इसके बाद असम के सीएम हिमंता ने डीजीपी को राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। 24 जनवरी को राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, कन्हैया कुमार और पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
मुख्यमंत्री ने मामला दर्ज होने के एक दिन बाद कहा- यात्रा का पूरा इरादा असम को परेशान करना और शांति को खतरे में डालना था। हम एक एसआईटी बनाएंगे, जो मामले की जांच करेगी और लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद हम राहुल को गिरफ्तार करेंगे। हमने अभी कार्रवाई की तो वे इसे राजनीतिक कदम कहेंगे।
इन नेताओं के खिलाफ हिंसा, उकसावे, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिस कर्मियों पर हमले की धाराएं लगाई गई है। असम पुलिस का आरोप है कि यात्रा के लिए जो रूट तय किए गए थे बावजूद उन्होंने दूसरा रूट लिया। राहुल गांधी और कांग्रेस नेताओं ने साजिश के तहत भीड़ को उकसाया और उन्हें गुवाहाटी शहर की ओर ले गए।
खरगे की शाह को चिट्ठी-असम में राहुल को खतरा
असम में राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गृह मंत्री अमित शाह को दो पेज की चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के 18 जनवरी को असम में एंट्री के बाद 22 जनवरी तक राहुल की सुरक्षा में चूक की 5 घटनाओं का जिक्र है। खरगे ने गृह मंत्री से कहा कि असम के मुख्यमंत्री और वहां के डीजीपी को आप निर्देश दें ताकि कोई अनहोनी की स्थिति न बने। खड़गे का कहना है कि यात्रा के विरोध में भाजपा समर्थक राहुल के काफिले के बिल्कुल नजदीक पहुंच जा रहे हैं। ऐसे में राहुल को भी मजबूरन अपनी सुरक्षा को दरकिनार कर बाहर आना पड़ता है।
23 जनवरी को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ी
असम पुलिस ने 23 जनवरी को गुवाहाटी में राहुल, केसी वेणुगोपाल, कन्हैया कुमार और अन्य के खिलाफ असम पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। सभी पर हिंसा, उकसावे, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिस कर्मियों पर हमला करने का केस दर्ज किया गया। आज असम पुलिस के डीजीपी जीपी सिंह ने जानकारी दी कि इस केस को गहरी जांच के लिए असम सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया गया है। असम सीआईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन करेंगे।