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0 गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देशवासियों को संबोधित किया
0 23 मिनट के संबोधन में उन्होंने राम मंदिर का जिक्र किया

नई दिल्ली। 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी देशवासियों को संबोधित किया। अपने 23 मिनट के संबोधन में उन्होंने राम मंदिर का जिक्र किया। साथ ही बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भी श्रद्धांजलि दी।

राष्ट्रपति ने कहा कि 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर मैं आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। हमारे गणतंत्र का 75वां वर्ष कई अर्थों में देश की यात्रा का एक ऐतिहासिक पड़ाव है। हमारा देश स्वतंत्रता की शताब्दी की ओर बढ़ते हुए अमृत काल के प्रारंभिक दौर से गुजर रहा है। यह भारत अमृत काल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

राम मंदिर का जिक्र किया
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि 22 जनवरी को हम सबने अयोध्या में श्रीराम के जन्मस्थान पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक समारोह देखा। उचित न्यायिक प्रक्रिया और देश की सर्वोच्च अदालत के फैसले के बाद मंदिर का निर्माण शुरू हुआ। अब यह एक भव्य इमारत के रूप में खड़ा है, जो न केवल देश की शोभा बढ़ाता है बल्कि लोगों के विश्वास की अभिव्यक्ति के साथ-साथ न्यायिक प्रक्रिया में लोगों के भारी विश्वास का प्रमाण भी है।

लोकतंत्र की जननी है भारत
राष्ट्रपति मुर्मूराष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि कल वह दिन है जब हम संविधान के लागू होने का जश्न मनाएंगे। इसकी प्रस्तावना "हम, भारत के लोग" शब्दों से शुरू होती है, इसका मतलब है कि हमारे लोकतंत्र पर प्रकाश डालती है। भारत में, लोकतांत्रिक प्रणाली बहुत बड़ी है पश्चिमी लोकतंत्र की अवधारणा से भी पुरानी। यही कारण है कि भारत को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है। मुर्मू ने आगे कहा कि देश अमृत काल के प्रारंभिक वर्षों में है। यह परिवर्तन का समय है। हमें देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का सुनहरा अवसर दिया गया है। हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रत्येक नागरिक का योगदान महत्वपूर्ण होगा।

नई ऊंचाइयों को छू रहा भारत
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि देश के वैज्ञानिक, प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ पहले से कहीं अधिक ऊंचे लक्ष्य हासिल कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक क्रांतिकारी पहल बताया। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम महिला सशक्तिकरण के लिए एक क्रांतिकारी पहल साबित होगा। यह हमारे शासन की प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने में भी काफी मदद करेगा।'

कर्पूरी ठाकुर को याद किया
बिहार के पूर्व सीएम भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर को दी श्रद्धांजलि अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने बिहार के पूर्व सीएम भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि मैं यह उल्लेख करना चाहूंगी कि सामाजिक न्याय के लिए अनवरत युद्धरत रहे, कर्पूरी ठाकुर जी की जन्म शताब्दी का उत्सव कल ही संपन्न हुआ है। कर्पूरी जी पिछड़े वर्गों के सबसे महान पक्षकारों में से एक थे, जिन्होंने अपना सारा जीवन उनके कल्याण के लिए समर्पित कर दिया था। उनका जीवन एक संदेश था। अपने योगदान से सार्वजनिक जीवन को समृद्ध बनाने के लिए, मैं कर्पूरी जी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।

भारतवासी एक कुटुंब के रूप में रहते हैं
मुर्मू ने कहा कि हमारे गणतंत्र की मूल भावना से एकजुट होकर 140 करोड़ से अधिक भारतवासी एक कुटुंब के रूप में रहते हैं। दुनिया के सबसे बड़े इस कुटुंब के लिए, सह-अस्तित्व की भावना, भूगोल द्वारा थोपा गया बोझ नहीं है, बल्कि सामूहिक उल्लास का सहज स्रोत है, जो हमारे गणतंत्र दिवस के उत्सव में अभिव्यक्त होता है।

इसरो के मिशन की बात की
मुर्मू ने कहा कि भारत चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बना। चंद्रयान-3 के बाद इसरो ने एक सौर मिशन भी शुरू किया। भारत ने अपने पहले एक्स-रे पोलरीमीटर सैटेलाइट के प्रक्षेपण के साथ नए साल की शुरुआत की है। ये सैटेलाइट अंतरिक्ष के ब्लैक होल जैसे रहस्यों का अध्ययन करेगा।
हमारे राष्ट्रीय त्योहार ऐसे महत्वपूर्ण अवसर होते हैं जब हम अतीत पर भी दृष्टिपात करते हैं और भविष्य की ओर भी देखते हैं। पिछले गणतंत्र दिवस के बाद के एक वर्ष पर नजर डालें तो हमें बहुत प्रसन्नता होती है।

जी20 शिखर सम्मेलन अभूतपूर्व उपलब्धि
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन एक अभूतपूर्व उपलब्धि थी। G20 से जुड़े आयोजनों में जन-सामान्य की भागीदारी विशेष रूप से उल्लेखनीय है। इन आयोजनों में विचारों और सुझावों का प्रवाह ऊपर से नीचे की ओर नहीं बल्कि नीचे से ऊपर की ओर था।
उस भव्य आयोजन से यह सीख भी मिली है कि सामान्य नागरिकों को भी ऐसे गहन तथा अंतर-राष्ट्रीय महत्व के मुद्दे में भागीदार बनाया जा सकता है जिसका प्रभाव अंततः उनके अपने भविष्य पर पड़ता है।

मुर्मू ने 19 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया
गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 22 जनवरी को एक समारोह में 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 19 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से पुरस्कृत किया। ये पुरस्कार असाधारण बहादुरी, कलात्मक कौशल,नई सोच और बिना स्वार्थ सेवा के लिए दिए गए। इस मौके पर राष्ट्रपति मुर्मू ने बच्चों को इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के अत्यधिक इस्तेमाल के प्रति आगाह किया। उन्होंने कहा कि इससे स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं। उन्होंने बच्चों से कम से कम एक खेल खेलने का आग्रह किया।

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