Head Office

SAMVET SIKHAR BUILDING RAJBANDHA MAIDAN, RAIPUR 492001 - CHHATTISGARH

tranding

अंबाला। पंजाब से दिल्ली जा रहे किसानों ने मंगलवार को प्रदर्शन खत्म कर दिया है। किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि केंद्र ने एक भी मांग नहीं मानी। जब तक मुद्दे हल नहीं होंगे, तब तक आंदोलन चलता रहेगा। आज शाम होने की वजह से हम आंदोलन रोक रहे हैं। कल फिर दिल्ली के लिए कूच करेंगे।

इधर, हरियाणा के 7 जिलों अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा में इंटरनेट की बंदी बढ़ाकर 15 फरवरी रात 12 बजे तक कर दी गई है।

इससे पहले मंगलवार 13 फरवरी को किसानों के दिल्ली चलो मार्च को दिल्ली के आसपास के बॉर्डर पर रोकने के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए थे। पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की गई तो पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़े। हरियाणा में कई जगहों पर किसानों ने बैरिकेड हटा दिए।

हरियाणा के 7 और राजस्थान के 3 जिलों में इंटरनेट बंद है। 15 जिलों में धारा 144 लागू है। हरियाणा और दिल्ली का सिंघु-टीकरी बॉर्डर, यूपी से जुड़ा गाजीपुर बॉर्डर सील हैं। दिल्ली में भी कड़ी बैरिकेडिंग है। यहां एक महीने के लिए धारा 144 भी लागू कर दी गई।

किसानों पर आंसू गैस के गोले दागना गलत
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने किसानों को जबरन रोकने की निंदा की है। उन्होंने कहा कि सरकारों को इस मसले का हल निकालना चाहिए। हरियाणा सरकार की तरफ से किसानों पर आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियां दागना लोकतांत्रित ढांचे के विरुद्ध है।

हिमाचल से दिल्ली तक बसें बंद
किसान आंदोलन के चलते हिमाचल प्रदेश से फिलहाल कोई भी बस अभी दिल्ली नहीं जाएगी। प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से 300 से ज्यादा बसें देश की राजधानी दिल्ली को जाती हैं। कल हरियाणा पुलिस के फैसले के बाद हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम बसों को दिल्ली भेजने को लेकर फैसला लेगा।

टेनी पर एक्शन पर चुप रहे मंत्री
जगजीत डल्लेवाल ने कहा- हमने केंद्रीय मंत्रियों को कहा कि जब आप एमएसपी का ऐलान करते हो तो उस पर खरीद की गारंटी के कानून का ऐलान कर दो। कर्ज माफी के लिए कहा तो वह कमेटी की बात कहने लगे। लखीमपुर खीरी को केंद्रीय मंत्रियों ने गंभीर माना, लेकिन केंद्रीय मंत्री अजय टेनी को निकालने की बात पर चुप हो गए।

60 किसान घायल हुए
किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि पुलिस के हमले में करीब 60 किसान घायल हो गए हैं। किसानों ने फिर भी सब्र से काम लिया है। सरकार हमारे आंदोलन को भड़काने की कोशिश कर रही है।

शाम हो गई, इसलिए सीजफायर का ऐलान
जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि केंद्र ने एक भी मांग नहीं मानी। जब तक मुद्दे हल नहीं होंगे, तब तक आंदोलन चलता रहेगा। आज शाम होने की वजह से हम सीजफायर का ऐलान कर रहे हैं।

किसान की आंख में लगी रबर बुलेट
शंभू बॉर्डर पर किसानों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने रबर बुलेट चलाई थीं। एक गोली सतवीर नाम के किसान की आंख पर लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर एंबुलेंस नहीं होने की वजह से उनके साथी कंधे पर उठाकर उन्हें अस्पताल ले गए।

tranding
tranding
tranding