रायपुर। बैगा आदिवासियों के मौत के मामले में कांग्रेस ने शुक्रवार को दिनभर विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने जहां सरकार पर मामले को दबाने का आरोप लगाया। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी न्यायिक जांच की मांग की। बहिष्कार के बाद कांग्रेस सदस्यों ने सदन से बाहर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में शुक्रवार को बैगा आदिवासियों की मौत के मामले में विपक्षी सदस्यों ने काम रोको प्रस्ताव लाकर चर्चा की मांग की। गर्भगृह में जाकर नारेबाजी करते हुए तख्ती दिखाते हुए धरने पर बैठे। निलंबन के बाद भी कांग्रेस विधायक काफी देर तक गर्भगृह में नारेबाजी करते रहे।
पोस्टर लेकर सदन से बाहर निकलने के बाद कांग्रेस विधायकों ने गांधी प्रतिमा के सामने धरना देते हुए प्रदर्शन किया। इसके साथ ही बैगा आदिवासियों की मौत के मामले में आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की। मामले में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा कि सरकार हत्या को आत्महत्या साबित करने में लगी है। इस मामले को दबाने का प्रयास किया गया। हमने सदन में स्थगन प्रस्ताव लाया, जिसे अस्वीकार कर दिया गया। मंत्रियों के क्षेत्र में आदिवासियों की हत्या हो रही है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस ने एक टीम गठित की है। राजनीतिक दबाव के चलते इस घटनाक्रम को दबाया गया। इस घटना के पीछे बड़ा षड्यंत्र है। इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।