0 25-25 लाख के दो इनामी मारे गए, 3 जवान घायल
0 कांकेर जिले के माड़ इलाके में साढ़े 5 घंटे चली मुठभेड़
कांकेर। लोकसभा चुनाव के पहले छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। कांकेर जिले के माड़ इलाके में सुरक्षाबलों ने 29 नक्सलियों को ढेर कर दिया। सभी के शव बरामद हो गए हैं। इनमें नक्सली लीडर शंकर राव भी शामिल है। मुठभेड़ में बीएसएफ इंस्पेक्टर रमेश चौधरी सहित 3 जवान घायल हुए हैं। इनमें 2 डीआरजी के जवान हैं। मौके से 5 एके-47 बरामद की गई। घायल जवानों को इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती किया गया है
मुठभेड़ में मारे गए शंकर राव और ललिता माड़वी डीवीसी रैंक के नक्सली लीडर थे। दोनों पर 25-25 लाख का इनाम घोषित था। पुलिस ने मौके से 4 ऑटोमेटिक हथियार भी जब्त किए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक छोटे बेठिया पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत जंगल में उस समय गोलीबारी शुरू हुई जब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी।
इस मुठभेड़ की पुष्टि आईजी बस्तर पी सुंदरराज ने की है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार नक्सलियों के साथ सुरक्षाबल के साथ कांकेर जिले के छोटे बेठिया थाना क्षेत्र के माड़ के जंगलों में हुई। मुठभेड़ की सूचना मिलने पर अतिरिक्त फोर्स को भेजा गया था। घटनास्थल से सुरक्षा बल के जवानों ने सभी 29 नक्सलियों के शवों को बरामद कर लिया तथा उनके पास से बड़ी तादाद में हथियार बरामद किये हैं। मारे गये नक्सलियों में उत्तरी डिवीजन के नक्सली कमांडर शंकर राव तथा महिला नक्सली कमांडर ललिता मारे गये हैं। मारे गये दोनों नक्सली कमांडर अनेक वारदातों में शामिल थे जिन पर पुलिस ने 25-25 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। इस मुठभेड में घायल बीएसएफ के इंस्पेक्टर समेत दो जवान घायल हो गए हैं। इंस्पेक्टर रमेश चंद्र चौधरी के पैर में गोली लगी है, जबकि डीआरजी जवान सूर्यकांत श्रीमाली सहित एक अन्य जवान घायला है। घायल जवानों को रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित नारायणा अस्पताल रेफर किया गया है।
साढ़े पांच घंटे चली मुठभेड़
सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ साढ़े 5 घंटे चली। डीआईजी इंटेलिजेंस आलोक कुमार सिंह ने बताया, पिछले कुछ दिनों से कांकेर इलाके में नक्सलियों के मूवमेंट के इनपुट्स मिल रहे थे। इसके बाद पुलिस और बीएसएफ ने ऑपरेशन की तैयारी की। इसी के तहत आज का ऑपरेशन प्लान किया गया। नक्सलियों को दोपहर करीब 1 बजे घेर लिया गया। दोपहर करीब 2 बजे मुठभेड़ शुरू हुई और शाम को 7.30 बजे तक यह चली। इस दौरान, सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के शव भी बरामद भी किए।
कांकेर में कब-कब हुई मुठभेड़
0 इससे पहले, 25 फरवरी को हूरतराई के जंगल में नक्सली एनकाउंटर में तीन नक्सली मारे गए थे।
0 3 मार्च को छोटे बेठिया के हिदूर में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया था। जबकि एक बस्तर फाइटर का जवान बलिदान हुआ था।
0 16 मार्च को भी मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया था।
0 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान भी नक्सली हमला हुआ था, जिसमें दो बीएसएफ जवान बलिदान हुए थे।
बीजापुर में 10 दिन पहले 13 नक्सली हुए थे ढेर
बीजापुर जिले के कोरचोली और लेंड्रा के जंगल में हुए मुठभेड़ में पुलिस ने 13 नक्सलियों को मार गिराया था। यही नहीं लगभग इतनी ही संख्या में नक्सली बुरी तरह से घायल भी हुए थे। गंगालूर थाना क्षेत्र के लेंड्रा में दो अप्रैल को हुए मुठभेड़ में 13 में से 11 नक्सली की पहचान हुई थी। इसमें पीएलजीएस कंपनी दो के सुखराम हेमला, हूंगा परसी, लक्खू कोरसा, डिवीसीएम सीतक्का (जितरू , डीवीसी की पत्नी), दुला कुहराम, सोनू अवलम, सुदरू हेमला, चैतु पोटाम, लच्छू कड़ती, लक्ष्मी ताती व कमली कुंजाम के रूप में हुई थी।
कांकेर सीट पर 26 अप्रैल को होगा मतदान
4 दिन बाद 19 अप्रैल को बस्तर लोकसभा में वोटिंग होनी है। कांकेर लोकसभा में दूसरे चरण में मतदान होना है। इसके लिए नामांकन फॉर्म भी भरे जा चुके हैं। कांकेर में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी।
गांव-गांव में लग रहे नक्सलियों के पोस्टर
कबीरधाम जिले में नक्सलियों की सूचना देकर उन्हें पकड़वाने वाले को 5 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की गई है। एसपी अभिषेक पल्लव ने इनाम के साथ ही पुलिस विभाग में सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया है। सूचना देने के लिए एक हेल्प लाइन नंबर 78988 15399 भी जारी किया गया है। इसके लिए जवान गांव-गांव में नक्सलियों की तस्वीर वाली पोस्टर दीवारों पर लगा रहे हैं।