0 रायगढ़ में पारा 46.7 डिग्री पर चढ़ा
रायपुर। नौतपा के पांचवें दिन बुधवार को भी छत्तीसगढ़ में आसमान से आग बरस रही है। रायपुर में शाम 7 बजे के बाद भी गर्म हवाएं चल रही हैं। हालांकि आसमान में कुछ जगहों पर बादल छाए हुए हैं। यहां पारा 45 के पार पहुंच गया है। वहीं रायगढ़ 46.7 डिग्री के साथ प्रदेश में सबसे गर्म रहा। इसके बाद बलरामपुर में 45.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2 दिनों तक तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं होगा। इसके बाद राहत मिलने की संभावना है। दूसरी ओर बिलासपुर में जहां गर्मी से फ्रिज का कंप्रेसर ब्लास्ट हो गया और घर में आग लग गई। वहीं गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में दोपहर के बाद तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। पेड़ गिरने से बिजली के तार टूट गए और कई गांवों में बत्ती गुल हो गई।
कल हीट वेव का यलो अलर्ट, फिर चलेगी राहत की हवा
मौसम विभाग ने कल (30 मई) के लिए हीट वेव का यलो अलर्ट जारी किया है। पश्चिम भारत से आ रही शुष्क हवाओं के कारण प्रदेश का मौसम गर्म होने लगा है। बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग संभाग में लू चलने के साथ ही रात भी गर्म रहने की संभावना है। हालांकि रायपुर में बादल छाए रह सकते हैं और पारा 45 से 31 के बीच रहने की संभावना है। इसके बाद मौसम विभाग ने 31 मई से 2 जून के बीच गरज-चमक के साथ आंधी चलने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर तेज हवाओं के साथ बिजली चमकने की संभावना है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी।
बिलासपुर में 6 साल का रिकॉर्ड टूटा, फ्रिज बम की तरह फटा
बिलासपुर में भीषण गर्मी के बीच तापमान 46 डिग्री के पार हो गया है। इसके चलते बुधवार को एक मकान में फ्रिज के कंप्रेसर में जोरदार ब्लास्ट हो गया। ब्लास्ट से घर में आग भी लग गई। लोगों ने घर से भागकर जान अपनी बचाई। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड पहुंची और कुछ घंटों में आग पर काबू पाया गया।
हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के मरीज बढ़े
बिलासपुर में हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के मरीज बढ़ने लगे हैं। सबसे ज्यादा खतरा नवजातों को है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही विशेषज्ञ डॉक्टरों ने पेरेंट्स को मासूम बच्चों का विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी है। तेज धूप और गर्म हवाएं अब लोगों को अपनी चपेट में लेने लगी हैं। हालत यह है कि सिम्स और जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की भीड़ पहुंचने लगी हैं। सिम्स में 2 दिन से 15 से 20 मरीज तो जिला अस्पताल में औसतन पांच से 10 मरीज रोज पहुंच रहे हैं।