0 सिक्किम में 25 साल सत्ता में रही एसडीएफ और अरुणाचल में कांग्रेस एक सीट पर सिमटी
ईटानगर/गंगटोक। अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा चुनावों का नतीजा रविवार 2 जून को आया। अरुणाचल की 60 सीटों में से 46 सीटें जीतकर भाजपा लगातार दूसरी बार सरकार बनाएगी। वहीं, सिक्किम में सत्ताधारी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) 32 में से 31 सीट जीतकर फिर से सरकार बनाने जा रहा है। दोनों राज्यों में 19 अप्रैल को एक चरण में वोटिंग हुई थी।
अरुणाचल प्रदेश: 2019 की तुलना में भाजपा को 5 सीटें ज्यादा मिलीं
अरुणाचल भाजपा को 60 में से 46 सीट पर जीत मिली। पार्टी ने पहले ही 10 सीटों पर निर्विरोध जीत दर्ज कर ली थी। इसलिए चुनाव 50 सीटों पर ही हुए थे। राज्य में भाजपा का नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के साथ गठबंधन है। एनपीपी को 5 सीटें मिलीं। इस लिहाज से अरुणाचल में एनडीए के पास 51 सीटें हैं। अरुणाचल में भाजपा ने सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि कांग्रेस ने केवल 19 सीटों पर कैंडिडेट्स उतारे थे।सभाओं-रोड शो की बात करें तो पीएम नरेंद्र मोदी ने 9 मार्च को ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश) में रोड शो किया था। राहुल-प्रियंका गांधी ने यहां सभा नहीं की। 2019 के आम चुनावों के बाद एसकेएम का भाजपा के साथ गठबंधन हुआ था, लेकिन इस बार चुनावों से पहले भाजपा ने सिक्किम में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान करके गठबंधन तोड़ दिया था।
सिक्किम: एसकेएम ने 32 में से 31 सीटें जीतीं
सिक्किम में सत्ताधारी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) ने सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) का सफाया कर दिया। 25 साल (1994-2019) सत्ता में रहे एसडीएफ को इस बार महज एक सीट मिली। एसडीएफ के मुख्यमंत्री रहे पवन कुमार चामलिंग ने दो सीटों से चुनाव लड़ा था और वे दोनों से हार गए। कांग्रेस-भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली। सिक्किम में एसकेएम और एसडीएफ ने 32-32, वहीं भाजपा ने 31 उम्मीदवार उतारे थे। कांग्रेस ने 12 सीटों पर चुनाव लड़ा था। सिटिजन एक्शन पार्टी-सिक्किम ने 30 सीटों पर कैंडिडेट उतारे थे। चुनावी सभा-रोड शो की बात करें तो पीएम मोदी और राहुल-प्रियंका ने यहां कोई रैली, रोड शो नहीं किया। 7 मार्च को मोदी ने श्रीनगर से वर्चुअली सिक्किम में 6400 करोड़ के विकास कार्यों का उद्घाटन किया था।