0 2 लाख नए गोदाम बनाए जाएंगे
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने बुधवार को 14 खरीफ फसलों के मिनिमम सपोर्ट प्राइज (एमएसपी) का ऐलान किया। इसमें रागी, बाजरा, बाजरा, मक्का और कॉटन शामिल हैं। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि धान का नया एमएसपी 2,300 रुपए तय किया गया है, जो पिछली एमएसपी से 117 रुपए ज्यादा है। कपास का नया एमएसपी 7,121 होगा। इसकी एक दूसरी किस्म के लिए नया एमएसपी 7,521 रुपए होगा, जो पहले से 501 रुपए ज्यादा है।
अश्विनी वैष्णव ने बताया ने कि देश में 2 लाख नए गोदाम बनाए जाएंगे। नई एमएसपी पर 2 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे। यह पिछले फसल सीजन की तुलना में 35 हजार करोड़ ज्यादा है।
क्या है एमएसपी या मिनिमम सपोर्ट प्राइस?
न्यूनतम समर्थन मूल्य वो गारंटेड मूल्य है जो किसानों को उनकी फसल पर मिलता है। भले ही बाजार में उस फसल की कीमतें कम हो। इसके पीछे तर्क यह है कि बाजार में फसलों की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव का किसानों पर असर न पड़े। उन्हें न्यूनतम कीमत मिलती रहे। सरकार हर फसल सीजन से पहले सीएसीपी यानी कमीशन फॉर एग्रीकल्चर कॉस्ट एंड प्राइजेस की सिफारिश पर एमएसपी तय करती है। यदि किसी फसल की बम्पर पैदावार हुई है तो उसकी बाजार में कीमतें कम होती हैं, तब एमएसपी उनके लिए फिक्स एश्योर्ड प्राइज का काम करती है। यह एक तरह से कीमतों में गिरने पर किसानों को बचाने वाली बीमा पॉलिसी की तरह काम करती है।
एमएसपी में 23 फसलें शामिल होती हैं
7 प्रकार के अनाज (धान, गेहूं, मक्का, बाजरा, ज्वार, रागी और जौ), 5 प्रकार की दालें (चना, अरहर/तुअर, उड़द, मूंग और मसूर), 7 तिलहन (रेपसीड-सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल, कुसुम, निगरसीड) व 4 व्यावसायिक फसलें (कपास, गन्ना, खोपरा, कच्चा जूट)।