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0 विधानसभा की ओर बढ़ रहे कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन चलाई
 
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन भोपाल में किसान कांग्रेस विधानसभा का घेराव करने इकट्ठा हुई। रंगमहल चौराहे पर प्रदर्शन के बीच कांग्रेस का मंच टूट गया।

जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान समेत 10 से ज्यादा कांग्रेसी घायल हुए हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राजीव सिंह, प्रवक्ता रोशनी यादव सिद्धांता अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में हैं। पूर्व विधायक रवि जोशी और शैलेंद्र पटेल स्मार्ट सिटी हॉस्पिटल के ऑपरेशन थिएटर में हैं।

घटना की थोड़ी देर बाद ही किसान कांग्रेस के कार्यकर्ता आगे बढ़े। पुलिस ने वाटर कैनन से सभी को रोक लिया। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा, सरकार किसानों की बात सुनना नहीं चाहती। कांग्रेस किसानों के हक के लिए आवाज उठाती है तो वाटर कैनन छोड़ा जाता है, लाठीचार्ज किया जाता है।

3 घंटे से चल रहा कांग्रेस उपाध्यक्ष राजीव सिंह का ऑपरेशन
प्रदर्शन में घायल हुए कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव सिंह के एक हाथ के ऊपरी हिस्से में कंधे के पास सरिया घुसने से आर्टरी, नसें कट गई हैं। सिद्धांता हॉस्पिटल के डॉयरेक्टर डॉ. सुबोध वार्ष्णेय ने बताया कि पिछले करीब 3 घंटे से राजीव सिंह की सर्जरी चल रही है। इसमें तीन-चार घंटे और लगेंगे। हालांकि खतरे से बाहर हैं, लेकिन हाथ में बहुत गहरा घाव है।

सरकार के पास किसानों के सवालों के जवाब नहीं: जीतू पटवारी  
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी भी प्रदर्शन में शामिल हुए। इसके बाद वे मंच टूटने से घायल हुए नेता और कार्यकर्ताओं से मिले। उन्होंने कहा कि घायलों कि हालत अब ठीक है। उन्होंने कहा, न सोयाबीन के सही दाम हैं न गेहूं के दाम हैं। ये कैसा अहंकार है, जब किसान ज्ञापन देने आते हैं तो वो भी नहीं सुनते। हमारे नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार से 10 सवाल पूछे, बीजेपी की मोहन सरकार के पास इन सवालों के कोई उत्तर नहीं है। हम किसानों की लड़ाई तन-मन और धन से लड़ेंगे।

भाजपा नहीं चाहती थी कि प्रदर्शन हो: गोविंद सिंह 
पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने मंच टूटने को लेकर कहा, ये भाजपा का षड्यंत्र है। वो चाहती ही नहीं थी कि कांग्रेस का प्रदर्शन हो। बड़ी मुश्किल से मंच लगाने की परमिशन दी, लेकिन मंच के लिए मजबूत पाए लगाने नहीं दिए। और हमारे यहां ये परंपरा है कि मंच पर पदाधिकारी भी मौजूद रहते हैं। ज्यादा भार के कारण मंच टूट गया।