
0 पहलगाम हमले के बाद भारत पर 15 लाख साइबर अटैक
जम्मू/श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के शोपियां में मंगलवार को लश्कर-ए-तैयबा के 3 आतंकी मारे गए। शाम 4.30 बजे मुठभेड़ खत्म हुई। इसे ऑपरेशन केलर नाम दिया गया था। शुकरू के जंगली इलाकों में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी।
महाराष्ट्र साइबर सेल ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी और बांग्लादेशी हैकरों ने भारत में 15 लाख साइबर अटैक किए। इनमें से सिर्फ 150 ही कामयाब रहे।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह पंजाब के आदमपुर एयरबेस पहुंचे। उन्होंने एयरबेस पर जवानों से मुलाकात की। पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने आदमपुर एयरबेस को निशाना बनाया है। जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में सोमवार रात ड्रोन दिखे थे। कुछ देर बाद सेना ने कहा कि दुश्मन के किसी ड्रोन की सूचना नहीं है। आज सभी स्थानों पर स्थिति सामान्य है।
7 मई को ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत के बाद पाकिस्तानी गोलाबारी में आर्मी के 6 और बीएसएफ के 2 जवान शहीद हो चुके हैं, 59 घायल हैं। इसके अलावा 28 सिविलियंस की भी जान गई है।
टीआरएफ को आतंकी संगठन घोषित कराने की कोशिश करेंगे
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, पिछले दो साल से हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और प्रतिबंध समिति (यूएनएससीआर 1267) को बता रहे हैं कि क्यों आतंकवादी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ), जो लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा है, को आतंकवादी संगठन घोषित किया जाना चाहिए। हम इस बारे में कुछ दिनों में और अधिक जानकारी देंगे। उम्मीद है कि यूएनएससीआर 1267 निगरानी टीम हमारी बातें सुनेगी और उसके अनुसार उचित कार्रवाई करेगी।