
0 कर्नाटक सरकार का आदेश- बच्चों को सर्दी-खांसी या बुखार हो तो स्कूल न भेजें
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस के एक्टिव केसों की संख्या 3207 पहुंच गई है। केरल में सबसे ज्यादा 1147 मामले हैं। महाराष्ट्र एक्टिव केसेज के मामले में दूसरे नंबर पर है। शुक्रवार को राज्य में 84 नए केस सामने आए, यहां अब 681 मरीज हैं। देश के 60 फीसदी एक्टिव केस इन्हीं दो राज्यों में हैं।
कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या 20 पहुंच गई है। इनमें सबसे ज्यादा 6 मौतें महाराष्ट्र में हैं। कर्नाटक के मैसूर में शुक्रवार को 63 साल के एक बुजुर्ग की मौत हो गई। राज्य में कोरोना से यह तीसरी मौत है।
इसके अलावा, महाराष्ट्र, केरल, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में कुल 13 मरीजों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग ने 31 मई को दिल्ली, गुजरात, पंजाब और तमिलनाडु में भी एक-एक मौत की पुष्टि की।
इस बीच कर्नाटक सरकार ने राज्य में बढ़ते कोरोना केसों को देखते हुए नया सर्कुलर जारी किया है। इसमें माता-पिता से अपील की है कि अगर बच्चों में सर्दी, खांसी, बुखार या कोविड जैसे लक्षण हों तो उन्हें स्कूल न भेजें।
मिजोरम में 7 महीने बाद कोविड का पहला केस मिला
मिजोरम में 2 लोगों में कोविड-19 की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य में इस तरह का आखिरी मामला सामने आने के 7 महीने बाद कोविड के केस मिले। मिजोरम में कोविड-19 का आखिरी मामला अक्टूबर 2024 में सामने आया था, उस दौरान राज्य में 73 लोग वायरस से संक्रमित हुए थे। उन्होंने बताया कि मरीजों का इलाज आइजोल के पास फल्कोन में जोरम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (जेडएमसीएच) में चल रहा है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के इंटीग्रेटेड रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) ने लोगों से न घबराने की बात कही है। आईडीएसपी ने लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने, नियमित रूप से हाथ धोने, हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करने और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में न जाने की सलाह दी है।
महाराष्ट्र में 9 हजार से ज्यादा कोविड टेस्ट
महाराष्ट्र सरकार ने बताया कि शुक्रवार को कोविड के 84 नए मामले सामने आए, जबकि मुंबई में जनवरी 2025 से अब तक कुल 681 केस मिले हैं। जनवरी से अब तक राज्य में 9592 कोविड-19 टेस्ट किए गए। वहीं, जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को कोविड-19 के दो मामले सामने आए थे। दोनों मरीज केरल के रहने वाले हैं और श्रीनगर के गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं।
भारत में मिले कोविड-19 के 4 नए वैरिएंट
भारत के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच देश में चार नए वैरिएंट मिले हैं। आईसीएमआर के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि दक्षिण और पश्चिम भारत से जिन वैरिएंट की सीक्वेंसिंग की गई है, वे एलएफ.7, एक्सएफजी, जेएन.1 और एनबी.1.8.1 सीरीज के हैं। बाकी जगहों से नमूने लेकर सीक्वेंसिंग की जा रही है, ताकि नए वैरिएंट की जांच की जा सके। मामले बहुत गंभीर नहीं हैं और लोगों को चिंता नहीं करनी चाहिए, बस सतर्क रहना चाहिए।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ने भी इन्हें चिंताजनक नहीं माना है। हालांकि, निगरानी में रखे गए वैरिएंट के रूप में कैटेगराइज किया है। चीन सहित एशिया के दूसरे देशों में कोविड के बढ़ते मामलों में यही वैरिएंट दिख रहा है।
एनबी.1.8.1 के ए435एस, वी445एच, और टी478आई जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलते हैं। इन पर कोविड के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी असर नहीं होता। भारत में कोविड का जेएन.1 वैरिएंट सबसे आम है। टेस्टिंग में आधे से ज्यादा सैंपल में यह वैरिएंट मिलता है। इसके बाद बीए.2 (26 प्रतिशत) और ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) वैरिएंट के मामले भी मिलते हैं।