
0 टेरर फंडिंग-संदिग्ध लेनदेन को लेकर कार्रवाई
0 15 जगह तलाशी, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस-दस्तावेज जब्त
रायपुर/नई दिल्ली। पाकिस्तान को खुफिया जानकारी देने के आरोप में सीआरपीएफ जवान मोतीराम जाट की गिरफ्तारी के बाद एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने छत्तीसगढ़ समेत देश के 8 राज्यों में 15 स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई आतंकी गतिविधियों में संदिग्ध वित्तीय लेनदेन, टेरर फंडिंग समेत अन्य संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े मामले में की गई।
मिली जानकारी के अनुसार एनआईए की टीम ने शनिवार को दिल्ली, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और असम राज्यों के 15 स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया। बताया जा रहा है कि इस दौरान टीम ने अलग-अलग जगहों से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और वित्तीय दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
सुराग जुटाने में लगी एनआईए
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एनआईए भारत विरोधी साजिश से जुड़े़ सुराग जुटाने में लगी हुई है। संदिग्धों ने पाकिस्तानी एजेंटों को गोपनीय जानकारी लीक की थी। जानकारी लीक करने के बदले सभी आरोपियों को भारत में अलग-अलग माध्यमों से पैसे मिले थे, जिसकी जांच एनआईए की टीम कर रही है।
गौरतलब है कि एनआईए ने 20 मई को आरसी-12/2025/एनआईए/डीएलआई के तहत केस दर्ज किया था। जिस मामले में आफिशियल सिक्रेट एक्ट, यूएपीए और बीएनएस की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और टीम देश के अलग अलग राज्यों में सर्च ऑपरेशन चला रही है।
26 मई को दिल्ली से गिरफ्तार किया था मोतीराम
मोतीराम सीआरपीएफ की 116वीं बटालियन में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (एएसआई) के पद पर तैनात था। उसे नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने 26 मई को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। मोतीराम पर पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों को भारत की संवेदनशील जानकारी देने का आरोप है।
एनआईए के मुताबिक, मोतीराम 2023 से पाकिस्तान के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी डिटेल शेयर कर रहा था। इसके लिए उसे अलग-अलग तरीकों से पैसे भी मिल रहे थे। पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के बाद उसे 6 जून तक एनआईए की कस्टडी में भेजा गया है। वहीं उसे हिरासत में लेने के बाद एनआईए की टीम ने 8 राज्यों के 15 स्थानों पर छापा मारा।