
0 गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका
0 15 जिलों में आंधी-तूफान का यलो अलर्ट
रायपुर। राजधानी रायपुर में मंगलवार शाम को हुई जोरदार बारिश से पूरा शहर लबालब हो गया। इससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली, लेकिन शहर में कई जगह जलभराव की स्थिति बन गई। साथ ही विधानसभा समेत कई इलाके में ब्लैक आउट की स्थिति बन गई। करीब पौन घंटे तक हुई बारिश से राजधानी के कई इलाकों में सड़कें व चौक चौराहे जलमग्न हो गए। निचली बस्तियों में भी पानी भर गया।
वहीं मौसम विभाग ने 15 जिलों में आंधी-तूफान का यलो अलर्ट जारी है। 11 जून से बारिश की एक्टिविटी में और तेजी आ सकती। हालांकि, जून में अब तक प्रदेश के आधे से ज्यादा जिले सूखे की स्थिति में हैं। जून का महीना बारिश के लिहाज से छत्तीसगढ़ के लिए खास नहीं रहा, क्योंकि 16 दिन पहले मानसून आने के बाद भी प्रदेश में पिछला एक सप्ताह सूखा रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को उत्तर छत्तीसगढ़ के 3, मध्य छत्तीसगढ़ के 6 और बस्तर संभाग सहित 15 जिलों में बिजली गिरने का अलर्ट है। छत्तीसगढ़ में मानसून प्रवेश करने के बावजूद बारिश नहीं होने से मौसम गर्म रहा। सोमवार को बिलासपुर 41 डिग्री के साथ सबसे गर्म स्थान रहा। अगले 24 घंटे तापमान में कोई विशेष बदलाव होने की उम्मीद नहीं है।
मई में 374 फीसदी ज्यादा बारिश हुई थी
पिछले माह लगातार बने सिस्टम और करीब 14 दिन पहले आए मानसून ने पूरे छत्तीसगढ़ में मई महीने में जमकर बारिश कराई। इस दौरान औसत से 373 फीसदी ज्यादा पानी गिर गया। इसके बाद से मानसून पिछले करीब 12 दिनों से ठहरा है। यह आगे ही नहीं बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ में 22 मई से 28 मई के बीच 53.51 मिलीमीटर औसत बारिश हो चुकी है। प्रदेश में मानसून में औसतन 1200 मिलीमीटर पानी बरसता है। पिछले साल 1276.3 मिमी पानी गिरा था।
सप्ताहभर में थम गया मानसून
पिछले सात दिन में बारिश की रफ्तार लगातार फ्लेक्चुएट होती रही है, जहां रविवार 1 जून को 33 जगहों पर बारिश हुई। सोमवार को सिर्फ तीन जगहों और मंगलवार को केवल एक ही जगह पर बारिश हुई। वहीं 4 मई बुधवार और 5 मई गुरुवार को कहीं भी बारिश नहीं हुई। शुक्रवार यानी 6 मई को पांच जिलों में बारिश हुई। वहीं शनिवार को सिर्फ एक और रविवार यानी 8 मई को चार जिलों में ही बारिश रिकॉर्ड की गई। सोमवार को केवल बस्तर जिले में न्यूनतम 10 मिमी बारिश दर्ज की गई।
जून में अब तक सामान्य से कम बारिश
अब तक की बात करें तो जून में 33 में से 27 जिले (लगभग 82%) में बारिश सामान्य से कम रही है। सिर्फ 6 जिलों में बारिश सामान्य या उससे अधिक रही है। पूरे राज्य में औसतन 51% वर्षा की कमी है, जो सामान्य से कम मानी जाती है। इस समय मानसून की स्थिति कमजोर है और स्थिति यही रही, तो खरीफ फसलों पर असर पड़ सकता है। हालांकि मौसम विभाग की माने तो जून का ट्रेंड यही रहा है। शुरूआती 10 से 12 दिन गर्मी बढ़ती है। इसके बाद बंगाल की खाड़ी या अरब सागर में बनने वाले लो प्रेशर एरिया या चक्रवातों के चलते मानसून सक्रिय हो जाता है। इस बार भी ऐसा ही होने की उम्मीद है। ओवर ऑल बात करें तो जून में अब तक 51% कम बारिश हुई है।
पिछले साल के मुकाबले स्थित बेहतर
हालांकि इस बार की स्थित पिछले साल के मुकाबले बेहतर है। साल 2024 में जून का अधिकतम तापमान 45.7 डिग्री सेल्सियस था, जो 1 जून को दर्ज किया गया था। जबकि इस साल अधिकतम तापमान अब तक 42 से 43 डिग्री के आस-पास ही रहा है। वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री 19 जून को रिकॉर्ड किया गया था। पिछले साल जून में पूरे महीने के औसत तापमान की बात करें तो 38.6 डिग्री रहा था। वहीं न्यूनतम औसतन तापमान 27.7 डिग्री दर्ज किया गया था।