
0 अब तक 21 देश कर चुके सम्मानित
0 अब मोदी जी7 समिट में हिस्सा लेने कनाडा रवाना होंगे
निकोसिया। साइप्रस ने सोमवार को पीएम मोदी को देश के सर्वोच्च सम्मान 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस तृतीय' से नवाजा। राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने राष्ट्रपति भवन में यह सम्मान दिया। मोदी दो दिन के दौरे पर साइप्रस पहुंचे थे।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा ने कहा कि मैं साइप्रस सरकार का और साइप्रस के लोगों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। यह सिर्फ नरेंद्र मोदी का ही नहीं बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है। यह उनकी क्षमताओं और आकांक्षाओं का सम्मान है। यह हमारी संस्कृति, भाईचारे और वसुधैव कुटुम्बकम की विचारधारा का सम्मान है।
इससे पहले मोदी का प्रेसिडेंशियल पैलेस में स्वागत किया गया। इसके बाद दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच बैठक हुई। मोदी रविवार को साइप्रस पहुंचे थे। अब मोदी जी7 समिट में हिस्सा लेने के लिए कनाडा रवाना हो जाएंगे।
राष्ट्रपति निकोस ने कहा-आतंकवाद के खिलाफ साइप्रस भारत के साथ खड़ा
पीएम मोदी और राष्ट्रपति निकोस ने ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि हमने द्विपक्षीय संबंधों, भारत-यूरोपीय संघ के रिश्तों और आईएमईईसी कॉरिडोर (इंडिया-मीडिल ईस्ट यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर) पर भी बात की। साइप्रस-तुर्किये मुद्दे और साइप्रस के पुनःएकीकरण भी चर्चा में शामिल रहा। साइप्रस किसी भी तरह के आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र मेंआपसी विश्वास हमारे संबंधों की मजबूत नींव है। भारत और साइप्रस के बीच रिश्ते न तो परिस्थितियों से बने हैं, और न ही ये सीमित हैं।हम एक-दूसरे की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हैं।
साइप्रस लंबे समय से हमारा भरोसेमंद साझेदार रहा है
भारत-साइप्रस सीईओ फोरम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले एक दशक में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और बहुत निकट भविष्य में हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। साइप्रस लंबे समय से हमारा भरोसेमंद साझेदार रहा है और यहां से भारत में काफी निवेश हुआ है। कई भारतीय कंपनियां भी साइप्रस आई हैं और एक तरह से साइप्रस को यूरोप के प्रवेश द्वार के रूप में देखा है। आज आपसी व्यापार 150 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। ऐसा 6 दशक बाद हुआ है कि भारत में लगातार तीसरी बार एक ही सरकार चुनी गई है। पिछले 10 सालों में डिजिटल क्रांति आई है। दुनिया में भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी यूपीआई की चर्चा है। साइप्रस को इसमें शामिल करने के लिए बातचीत चल रही है और मैं इसका स्वागत करता हूं। हम भारत में भविष्य के बुनियादी ढांचे के विकास में सालाना 100 अरब डॉलर से अधिक का निवेश कर रहे हैं। इनोवेशन भारत की आर्थिक ताकत का एक मज़बूत स्तंभ बन गया है। हमारे 1 लाख से ज़्यादा स्टार्टअप सिर्फ सपने नहीं, समाधान बेचते हैं।