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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा है कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद की गरिमा घटाई है और देश के संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं और अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संविधान बचाओ अभियान की लोकप्रियता से घबराकर आपातकाल की बात कर अपनी सरकार की विफलता को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं।
श्री खरगे ने बुधवार को यहां पार्टी के नये मुख्यालय इंदिरा भवन में विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्री मोदी देश में संघवाद की बात कर सभी राज्यों के साथ समानता की बात करते हैं, लेकिन सच यह है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और गैर-भाजपा शासित राज्यों के प्रति उनका नजरिया भिन्न-भिन्न होता है। श्री मोदी और उनकी सरकार संविधान और लोकतंत्र की सुरक्षा करने में असफल रही है और विपक्ष के साथ जबरदस्त भेदभाव कर देश को बर्बाद करने का काम कर रही है। उनका कहना था कि जब पूरा देश पहलगाम हमले के बाद एकजुट था और कांग्रेस सहित सारे विपक्ष ने सरकार के हर फैसले में उसका साथ दिया तो जवाब में मोदी सरकार जनता और लोकतंत्र के हितों को महत्व देने की बजाय आपातकाल की बात कर विपक्ष के खिलाफ साजिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि श्री मोदी कह रहे हैं कि आपातकाल में देश के लोकतंत्र को खत्म कर दिया गया था और अब उसे बहाल किया जा रहा है। कमाल यह है कि संविधान बचाने की बात वे कर रहे हैं जिनका देश की आजादी के आंदोलन और संविधान निर्माण में कोई योगदान नहीं रहा। जिन लोगों ने इस संविधान को बनाने में सहयोग नहीं दिया, हमेशा संविधान के खिलाफ बात करते रहे, जिस संविधान को बाबा साहेब अंबेडकर, पंडित जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी और संविधान सभा ने तैयार किया उसे आरएसएस के लोगों ने रामलीला मैदान में जलाया और बाबा साहेब अंबेडकर, नेहरू जी और गांधी जी का पुतला फूंका था। आरएसएस के लोगों का कहना था कि जो संविधान बाबा साहेब अंबेडकर जी ने बनाया है, उसमें उनकी पारंपरिक संस्कृति और मनुस्मृति के अंश नहीं हैं इसलिए उस संविधान को नहीं मानेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आपातकाल का मुद्दा उठाने पर भाजपा पर हमला करते हुए कहा “दरअसल, भाजपा हमारे देशव्यापी ‘संविधान बचाओ आंदोलन’ से घबरा गई है, इसीलिए आज वे लोग फिर से आपातकाल की बात कर रहे हैं। सच्चाई ये है कि जो लोग अपने शासन में नाकामयाब रहे और जिनकी खुद की सरकार में महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और आर्थिक बदहाली चरम पर है, वे आज लोगों का ध्यान भटका रहे हैं। जो लोग संविधान बचाओ की मांग करते हुए आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर उसे बार-बार दोहरा रहे हैं, भूली बिसरी बात उछालने की कोशिश कर रहे हैं उनका देश की आजादी में कोई योगदान नहीं रहा वे आपातकाल की बात करते हैं।”
उन्होंने कहा कि एक साल से कांग्रेस का संविधान बचाओ आंदेालन चल रहा है, लेकिन उनकी समझ में अब बात आई है और घबरा कर आपाताकाल की बात कर रहे हैं। घबराहट में उन्होंने आपातकाल के 50 साल के मुद्दे को उठाना शुरु कर दिया है। भाजपा की सरकार ने कोई काम नहीं किया है। महंगाई आसामान छू रही है, भ्रष्टाचार बेरोजगारी और आर्थिक बदहाली से देश त्राही-त्राही कर रहा है और उस नाकामयाबी को छिपाने के लिए वे अब आपातकाल को मुद्दा बनाने का काम कर रहे हैं।
श्री खरगे ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि उसके शासन में गरीब और अमीर के बीच खाई और भी गहरी हो गई है जिसे पाटना अब कठिन हो गया है। यह सरकार गिने चुने लोगों को ही महत्व देती है और पूरे देश की संपत्ति अपने दोस्तों को बांट रही है और यही पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। यह अघोषित आपातकाल है। पचास साल पहले जो आपातकाल लगाया गया था उसे रोकने के लिए संविधान में बदलाव किया गया है। वह स्थिति अब नहीं है। खुद इंदिरा गांधी ने यह काम तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के साथ किया था, लेकिन जो अब बात नहीं है उसे मुद्दा बनाया जा रहा है। कांग्रेस संविधान बचाओ आंदोलन कर रही है और उसमें जनता का जो रुझान है उससे घबराकर श्री मोदी आपातकाल की बात कर रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार किसी की बात नहीं सुनती है। पहलगाम घटना पर विपक्ष ने संसद का सत्र बुलाने और सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की, लेकिन वह भी नहीं किया। इसको लेकर जो सर्वदलीय बैठक की गई उसमें श्री मोदी ने बिहार में चुनावी कार्यक्रम को महत्व दिया और खुद उसमें शामिल नहीं हुए। देश की समस्या से जुड़े मुद्दे पर होने वाली बैठक में यदि प्रधानमंत्री बैठक में नहीं आते हैं तो इससे पता चलता है कि उन्हें देश की कितनी चिंता है। मणिपुर जल रहा है, लेकिन श्री मोदी वहां नहीं जाते। वहां राष्ट्रपति शासन लागू किया गया है। संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। श्री मोदी देश-विदेश घूम रहे हैं, लेकिन मणिपुर नहीं जाते हैं। सवाल है कि क्या वहां के लोग हमारे नागरिक नहीं हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी जम्मू कश्मीर गये मणिपुर गये, लेकिन प्रधानमंत्री अपने लोगों से मिलने से डरते हैं।
उन्होंने कहा कि संविधान अगर आज संकट में है तो उसकी वजह श्री मोदी हैं। देश को बर्बाद किया जा रहा है और देश में बोलने और घूमने की आजादी नहीं है। कोई पत्रकार बात करना चाहता है या श्री मोदी पर सवाल उठाता हैं तो उसके लिए संकट पैदा हो जाता है।
श्री खरगे ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का जिक्र करते हुए श्री मोदी पर हमला साधा और कहा “ऐसा आज तक कभी नहीं हुआ कि किसी देश के प्रधानमंत्री ने दूसरे देश में जाकर चुनाव प्रचार किया हो, लेकिन श्री मोदी ने ‘एक बार फिर ट्रम्प सरकार’ का नारा देकर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को कम किया है। श्री ट्रंप ने कहा कि मैंने हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कराया, लेकिन श्री मोदी के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता। श्री ट्रंप ने ये बात एक-दो बार नहीं 17 बार बोली, तब भी श्री मोदी चुप रहे। श्री मोदी श्री ट्रंप से डरते हैं, लेकिन 'विश्वगुरू' बनना चाहते हैं। एक तरफ श्री ट्रंप, नरेंद्र मोदी को डराते हैं और दूसरी तरफ ये श्री ट्रंप के लिए प्रचार करने जाते हैं।