
0 अमेरिकी टैरिफ का अर्थव्यवस्था पर मामूली असर होगा
0 घरेलू मांग और इन्वेस्टमेंट मजबूती की वजह
नई दिल्ली। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 6.9% कर दिया है। यह बदलाव घरेलू मांग और मजबूत आर्थिक गतिविधियों की वजह से हुआ है।
9 सितंबर को जारी रिपोर्ट में फिच ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था प्राइवेट कंजप्शन और इन्वेस्टमेंट की वजह मजबूत है। हालांकि, ग्लोबल इकॉनमी में सुस्ती और तेल कीमतों में उतार-चढ़ाव की चुनौतियां हैं, लेकिन भारत ने इनका सामना किया है। फिच ने कहा कि मजबूत घरेलू नीतियां और निवेश की बढ़ती रफ्तार ने भारत को सही दिशा में रखा है। वित्तीय वर्ष 2026 में औद्योगिक उत्पादन और सर्विस सेक्टर में भी सुधार की उम्मीद है।
अमेरिकी टैरिफ का भारत की अर्थव्यवस्था पर मामूली असर होगा
इससे पहले फिच ने कहा था कि अमेरिकी टैरिफ का भारत की अर्थव्यवस्था पर मामूली असर होगा। रिपोर्ट के मुताबिक इसे आखिर में कम भी किया जा सकता है। फिच ने भारत की क्रेडिट रेटिंग को बीबीबी- पर बरकरार रखा है। रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि अमेरिका को होने वाले निर्यात का भारत की जीडीपी में केवल 2% हिस्सा है, इसलिए इन टैरिफ का सीधा प्रभाव मामूली होगा। हालांकि, टैरिफ को लेकर अनिश्चितता का निवेश पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
बीबीबी क्या है
बीबीबी- क्या है : सबसे निचली "इन्वेस्टमेंट ग्रेड" रेटिंग। इसका मतलब है कि कर्ज चुकाने की क्षमता ठीक है, लेकिन आर्थिक दिक्कतों में थोड़ा जोखिम हो सकता है। निवेश सुरक्षित, पर सीमित भरोसा।
बीबीबी क्या है: ये बीबीबी- से एक कदम ऊपर। कर्ज चुकाने की क्षमता अच्छी, जोखिम कम, और निवेशकों का भरोसा थोड़ा ज्यादा।
एसएंडपी ग्लोबल ने भारत की क्रेडिट रेटिंग बढ़ाई
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी S&P ग्लोबल ने भारत की लॉन्ग-टर्म क्रेडिट रेटिंग को बीबीबी- से बढ़ाकर बीबीबी कर दिया है। वहीं इंडियन इकोनॉमी को लेकर आउटलुक स्टेबल रखा गया है। एसएंडपी का कहना है कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। सरकार लगातार अपने खर्चों को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा, भारत का आर्थिक विकास भी तेजी से हो रहा है, जो इस अपग्रेड का बड़ा कारण है।
रेटिंग बढ़ने का भारत को क्या फायदा होगा?
इसका मतलब ये है कि दुनिया भर के निवेशकों का भारत पर भरोसा बढ़ेगा, क्योंकि रेटिंग बेहतर होने से भारत को कर्ज लेना आसान और सस्ता हो सकता है। साथ ही, ये दिखाता है कि भारत की इकोनॉमी सही दिशा में जा रही है।
वर्ल्ड बैंक ने जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.3% पर बरकरार रखा
वर्ल्ड बैंक ने जून में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.3% पर बरकरार रखा था। पिछले वर्ष यह 6.5% थी। अप्रैल में वर्ल्ड बैंक ने 2025-26 के लिए भारत के विकास अनुमान को जनवरी के 6.7% से घटाकर 6.3% कर दिया था। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में भारत की 2026-27 की वृद्धि दर 6.5% रहने का अनुमान लगाया है। वर्ल्ड बैंक ने यह भी कहा कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्था बना रहेगा।