
0 न्यूरोसर्जरी आईसीयू-एक में इलेक्ट्रिक शोर्ट सर्किट से आग लगी
0 हादसे के बाद सरकार ने हॉस्पिटल अधीक्षक, ट्रॉमा सेंटर इंचार्ज को हटाया
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह (एमएसएस) अस्पताल के ट्रोमा सेंटर के गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रविवार देर रात आग लग जाने से 3 महिलाओं सहित 8 मरीजों की मौत हो गई, जबकि 5 मरीज घायल हो गए। हालांकि सरकार 6 मौत मान रही है।
वहीं, इस अग्निकांड की जांच के लिए शासन स्तर पर 6 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और सबूत इकट्ठे किए। हादसे के बाद सोमवार देर शाम सरकार ने एसएमएस हॉस्पिटल अधीक्षक और ट्रॉमा सेंटर इंचार्ज को हटा दिया। साथ ही एक्सईएन निलंबित को निलंबित किया है। फायर सेफ्टी कंपनी पर FIR दर्ज कराने के आदेश दिए हैं।
अस्पताल के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार देर रात 11.20 बजे ट्रोमा एवं अस्थि रोग संस्थान के न्यूरोसर्जरी आईसीयू-एक में इलेक्ट्रिक शोर्ट सर्किट से आग लग गई। इससे आसीयू में धुंआ फैल गया। इस दौरान तत्काल इन मरीजों को ट्रोमा सेन्टर के अन्य आईसीयू में शिफ्ट किया गया लेकिन छह मरीजों ने दम तोड़ दिया जबकि पांच घायल हैं। मृतक मरीजों में पिंटू, दिलीप, श्रीनाथ, रुक्मणी, बहादुर एवं कुसुमा शामिल हैं।
हादसे के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा देर रात करीब ढाई बजे अस्तपाल पहुंचे और हालात का जायजा लिया और इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया और इसे दुःखद बताया।
मुख्यमंत्री ने अस्पताल में प्रशासन एंव चिकित्सा विभाग एवं अस्पताल के अधिकारियों से जानकारी ली और पीड़ितों को त्वरित हरसंभव मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरीजों की सुरक्षा, इलाज और प्रभावित लोगों की देखभाल के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ है और उन्हें हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्री शर्मा ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और जांच के लिए कमेटी की घोषणा की गई है। इसके लिए चिकित्सा विभाग के आयुक्त इक़बाल ख़ान की अध्यक्षता में कमेटी घटना की जांच करेगी और यह समिति इस हादसे से संबंधित सभी पहलुओं की जांच करके एक विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगी।
इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपना दिल्ली जाने का दौरा भी स्थगित कर दिया और इस घटना पर पूरी नजर बनाये हुए हैं।
पीएम मोदी ने हादसे पर जताया दुख
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीती रात जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रोमा सेन्टर में आग लगने की घटना में हुई जनहानि पर दुख जताया है। श्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “राजस्थान के जयपुर स्थित एक अस्पताल में आग लगने से हुई जान-माल की हानि अत्यंत दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना। ईश्वर करे कि घायल शीघ्र स्वस्थ हों। राजस्थान की राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह (एमएसएस) अस्पताल के ट्रोमा सेंटर के गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रविवार देर रात आग लग जाने से सात मरीजों की मौत हो गई जबकि तीन-चार मरीज घायल हो गए थे।
भविष्य में ऐसा हादसा न हो, इस दिशा में करेंगे काम-शेखावत
जोधपुर। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जयपुर के सवाई मान सिंह (एसएमएस) अस्पताल में दुखांतिका के मृतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि यह व्यक्तिगत दोषारोपण या राजनीतिक टिप्पणी करने का विषय नहीं है। अगर कहीं व्यक्ति का दोष है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी होगी। अगर कहीं तकनीकी खामी है तो भविष्य में ऐसा न हो, इस दिशा में भी काम किया जायेगा। श्री शेखावत ने सोमवार को यहां एक प्रेसवार्ता में यह बात कही। उन्होंने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, निश्चित रूप से ऐसे विषय की जांच सरकार के स्तर पर होगी। क्या कारण था, क्यों आग लगी, अभी उस पर टिप्पणी करना तो बहुत जल्दी होगा। अभी तो हम सब लोगों को प्रार्थना करनी चाहिए कि जो लोग पीड़ित हैं। उनको स्वास्थ्य लाभ मिले। कैसे उन्हें बचा सकते। निश्चित रूप से एक प्रक्रिया है। उसके तहत जांच भी होगी। अगर कहीं व्यक्ति का दोष है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी होगी। अगर कहीं तकनीकी खामी है तो भविष्य में ऐसा न हो, इस दिशा में भी काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमें आत्ममंथन और समीक्षा करनी चाहिए। जो कुछ हुआ है, वो दुःख है। जो कुछ हुआ है, वो अस्वीकार्य है। जो कुछ हुआ है, वो दुर्भाग्यपूर्ण है।
श्री शेखावत ने बताया कि उन्होंने प्रिंसिपल, जोधपुर मेडिकल कॉलेज से रात और सुबह बात की। कलेक्टर से बात की। उनको और उनकी टीम को निर्देश दिया है कि अपने अस्पतालों में, सरकार के सभी ऑफिस में फायर सेफ्टी ऑडिट तुरंत हो। आने वाले समय में एक प्रोटोकॉल बने, जिससे एक निश्चित अंतराल में फायर सेफ्टी ऑडिट करते रहें। इस व्यवस्था को सुदृढ़ करना चाहिए।