0 मात्र 38 मिनट में फाइनल अपने नाम किया
सिडनी। भारतीय शटलर लक्ष्य सेन ने रविवार को ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर 500 का खिताब जीत लिया। फाइनल में उन्होंने जापान के युशी तनाका को 21-15, 21-11 से हराया। सिडनी के स्पोर्ट्स सेंटर में लक्ष्य ने यह मुकाबला सिर्फ 38 मिनट में अपने नाम कर लिया और जीत के बाद कानों पर उंगलियां रखकर जश्न मनाया।
24 साल के लक्ष्य उत्तराखंड के अल्मोड़ा के रहने वाले हैं। पेरिस ओलिंपिक में चौथा स्थान हासिल करने के बाद वे खराब फॉर्म से जूझ रहे थे, लेकिन इस टूर्नामेंट में उन्होंने शानदार वापसी की। सेमीफाइनल में उन्होंने चीनी ताइपे के चोउ तिएन चेन को मात दी थी।
तनाका के खिलाफ एकतरफा जीत
विश्व रैंकिंग में नंबर-26 तनाका ने इस साल ऑरलियंस मास्टर्स और यूएस ओपन (दोनों सुपर 300) जीते थे। उनके खिलाफ लक्ष्य ने बेहतरीन कंट्रोल, सटीक प्लेसमेंट और साफ-सुथरा खेल दिखाया और मैच को सीधे गेम में समाप्त किया।
लक्ष्य की शानदार शुरुआत
लक्ष्य ने शुरुआत से ही लय पकड़ ली और 6-3 की बढ़त बनाई। तनाका लगातार नेट, बैकलाइन और ओवरहिट शॉट्स की गलतियां करते रहे। 35 शॉट्स की लंबी रैली भी उनकी गलती पर खत्म हुई। ब्रेक तक लक्ष्य 11-8 से आगे थे। ब्रेक के बाद लक्ष्य का खेल और मजबूत हुआ। उनके बैकहैंड स्मैश और क्रॉस-कोर्ट विनर ने उन्हें 17-13 की बढ़त दिलाई। तनाका की लगातार गलतियों के चलते लक्ष्य को पांच गेम पॉइंट मिले और उन्होंने पहला ही मौका भुना लिया।
दूसरा गेम एकतरफा रहा
दूसरा गेम एकतरफा रहा। लक्ष्य शुरुआत में ही 8-4 से आगे निकले। उनकी बैकलाइन जजमेंट शानदार रही और तनाका कई बार शटल बाहर मारते रहे। लक्ष्य ने नेट पर एक अहम रैली जीतकर स्कोर 13-6 किया, फिर लगातार स्मैश लगाते हुए 19-8 की बढ़त हासिल की। उनके पास 10 मैच पॉइंट आए। पहला मौका चूकने के बाद उन्होंने अगले ही पॉइंट पर तेज क्रॉस-कोर्ट शॉट से मैच और खिताब दोनों जीत लिए।
2024 के बाद पहला बड़ा खिताब
वर्ल्ड नंबर-14 लक्ष्य ने आखिरी बार 2024 में लखनऊ में सैयद मोदी इंटरनेशनल (सुपर 300) जीता था। उसके बाद यह उनका पहला बड़ा सुपर 500 टाइटल है। इस साल सितंबर में वे हॉन्गकॉन्ग सुपर 500 के फाइनल तक भी पहुंचे थे, लेकिन खिताब नहीं जीत पाए थे।
इस सीजन खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय
इस जीत के साथ लक्ष्य इस सीजन में बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर खिताब जीतने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बने। उनसे पहले आयुष शेट्टी ने यूएस ओपन सुपर 300 जीता था। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी–चिराग शेट्टी की जोड़ी हॉन्गकॉन्ग और चाइना मास्टर्स के फाइनल में पहुंची थी, जबकि किदांबी श्रीकांत मलेशिया मास्टर्स में उपविजेता रहे थे।