0 पीएम मोदी ऑर्डर ऑफ ओमान से सम्मानित
0 सुल्तान हैथम ने किया सम्मानित
0 भारत-ओमान ने व्यापार समझौते पर साइन किए
ओमान। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ओमान का दूसरा सर्वोच्च सम्मान मिला है। उन्हें सुल्तान हैथम बिन तारिक ने ऑर्डर ऑफ ओमान से सम्मानित किया। इससे पहले दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान भारत और ओमान के बीच व्यापार समझौते पर साइन हुए। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता यानी सीईपीए 21वीं सदी में हमें नया भरोसा और नई ऊर्जा देगा।
समझौते से भारत के टेक्सटाइल, फुटवियर, ऑटोमोबाइल, जेम्स एंड ज्वैलरी, रिन्युएबल एनर्जी और ऑटो कंपोनेंट्स जैसे सेक्टर्स को सीधा फायदा होगा। इस पर नवंबर 2023 में बातचीत शुरू हुई थी। पीएम ने कहा कि भारत और ओमान के बीच होने वाला व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता यानी सीईपीए आने वाले कई दशकों तक दोनों देशों के रिश्तों की दिशा तय करेगा। उन्होंने इसे दोनों देशों के साझा भविष्य का खाका बताया।
यह हमारे साझा भविष्य का खाका है
मस्कट में भारत-ओमान बिजनेस समिट को संबोधित करते हुए मोदी ने दोनों देशों के मजबूत रिश्तों की सराहना की। उन्होंने स्टार्टअप से भी अपील की कि वे भारत में निवेश करें, नए प्रयोग करें और भारत-ओमान के साथ मिलकर आगे बढ़ें। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज हम एक ऐसा ऐतिहासिक फैसला ले रहे हैं, जिसकी गूंज आने वाले कई दशकों तक सुनाई देगी। व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता यानी सीईपीए 21वीं सदी में हमें नया भरोसा और नई ऊर्जा देगा। यह हमारे साझा भविष्य का खाका है। इससे हमारे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, निवेश को नया आत्मविश्वास मिलेगा और हर क्षेत्र में नए अवसरों के दरवाजे खुलेंगे।
ओमान से दोस्ती नहीं बदलेगी
ओमान पहुंचे पीएम मोदी ने गुरुवार को कहा कि कितने भी मौसम बदल जाएं लेकिन भारत से उनकी दोस्ती नहीं बदलेगी। उन्होंने राजधानी मस्कट में भारतीय प्रवासियों को भी संबोधित किया। उन्होंने प्रवासी भारतीयों की तारीफ करते हुए कहा कि वे जहां भी जाते हैं, वहां की विविधता की तारीफ करते हैं।
बता दें कि पीएम मोदी बुधवार शाम को ओमान की राजधानी मस्कट पहुंचे थे। एयरपोर्ट पर ओमान के रक्षा मामलों के उप प्रधानमंत्री सैयद शिहाब बिन तारिक अल सईद ने मोदी का स्वागत किया। दोनों नेताओं ने औपचारिक बातचीत भी की। रात में सईद ने पीएम मोदी के लिए डिनर भी रखा।
भारत-ओमान के बीच प्रमुख समझौते
व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता
0 घनिष्ठ आर्थिक और वाणिज्यिक जुड़ाव की मजबूती एवं उसका विकास।
0 व्यापार बाधाओं को कम करके और एक स्थिर ढांचा बनाकर दोनों देशों के बीच व्यापार में वृद्धि।
0 अर्थव्यवस्था के सभी प्रमुख क्षेत्रों में अवसरों को खोलना, आर्थिक विकास को बढ़ावा, रोजगार सृजन और दोनों देशों के बीच निवेश प्रवाह को बढ़ावा।
सामुद्रिक विरासत और संग्रहालयों के क्षेत्र में समझौता
0 लोथल में राष्ट्रीय सामुद्रिक विरासत परिसर सहित सामुद्रिक संग्रहालयों के समर्थन हेतु सहयोगात्मक साझेदारी की स्थापना।
0 साझा सामुद्रिक विरासत को बढ़ावा, पर्यटन को बढ़ावा और द्विपक्षीय सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए कलाकृतियों और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान, संयुक्त प्रदर्शनियों, अनुसंधान और क्षमता निर्माण की सुविधा।
कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में समझौता
0 कृषि क्षेत्र के साथ-साथ पशुपालन और मत्स्य पालन के संबद्ध क्षेत्रों में फ्रेमवर्क अम्ब्रेला डॉक्यूमेंट।
0 कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति, बागवानी, एकीकृत कृषि प्रणालियों और सूक्ष्म सिंचाई के क्षेत्र में सहयोग।
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में समझौता
0 मानव और सामाजिक-आर्थिक विकास संबंधी लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक नए ज्ञान और नवीन प्रणालियों को तैयार करने के लिए पारस्परिक हित के क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान, विशेष रूप से अनुप्रयुक्त अनुसंधान से जुड़े संकाय, अनुसंधानकर्ताओं और विद्वानों के आदान-प्रदान की सुविधा।
0 श्री अन्न (मिलेट) की खेती और कृषि में सहयोग के कार्यान्वयन हेतु कार्यक्रम- खाद्य नवाचार
0 श्री अन्न के उत्पादन, अनुसंधान और संवर्धन को आगे बढ़ाने के लिए भारत की वैज्ञानिक विशेषज्ञता और ओमान की अनुकूल कृषि-जलवायु की स्थितियों में सहयोग हेतु ढांचें की स्थापना।
सामुद्रिक सहयोग पर संयुक्त विजन दस्तावेज को अपनाना
0 क्षेत्रीय सामुद्रिक सुरक्षा, नीली अर्थव्यवस्था और समुद्री संसाधनों के सतत उपयोग के क्षेत्र में सहयोग को मजबूती।