नई दिल्ली। आइकॉनिक Ambassador (एंबेसडर) कार देश की सबसे लोकप्रिय कारों में से एक रही है। हालांकि अब इस कार की बिक्री बंद हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक एंबेसडर कार को बनाने वाली मशहूर कंपनी Hindustan Motors (हिंदुस्तान मोटर्स) इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में एंट्री करके एक बार फिर वापसी करने की योजना बना रही है।
भारतीय ऑटोमोबाइल जगत में तेजी से बदलाव हो रहे हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों में लोगों की दिलचस्पी लगातार बढ़ी है। सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए जरूरी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बना रही है। बदलते परिवेश में वाहन निर्माता अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के नए-नए मॉडल पेश कर रहे हैं।
हिंदुस्तान मोटर्स ईवी उद्योग की एक यूरोपीय ऑटोमोबाइल कंपनी के साथ हाथ मिलाकर अपने कारोबार को पुनर्जीवित करना चाह रही है। हालांकि कंपनी के बारे में ज्यादा जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। लेकिन खबर है कि हिंदुस्तान मोटर्स ने यूरोपीय ईवी निर्माता के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
दोनों निर्माता इस समय इक्विटी स्ट्रक्चर पर चर्चा कर रहे हैं। मौजूदा प्रस्तावित ढांचे में, हिंदुस्तान मोटर्स की 51 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी और यूरोपीय ब्रांड के पास बची हुई 49 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी।
सिर्फ इलेक्ट्रिक कार ही नहीं, इस जॉइन्ट वेंचर के जरिए इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स भी बनाए जाएंगे। दरअसल, कंपनी की ओर से पहला प्रोडक्ट एक इलेक्ट्रिक स्कूटर होगा। इलेक्ट्रिक स्कूटर या बाइक को खरीदारों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। इलेक्ट्रिक टू व्हीलर का बाजार अब तक के सबसे ऊंचाई पर है और लगातार बढ़ रहा है।
इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण शुरू में पश्चिम बंगाल में हिंदुस्तान मोटर्स के उत्तरपारा प्लांट में किया जाएगा। यह प्लांट 2014 तक चालू थी। कंपनी उत्तरपारा के 295 एकड़ जगह का इस्तेमाल करेगी। जॉइन्ट वेंचर लगभग 600 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। इसके बारे में ज्यादा जानकारी नजदीकी भविष्य में सामने आएगी।