नई दिल्ली। कैब एग्रीगेटर से इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी बनी Ola Electric (ओला इलेक्ट्रिक) ने भारत में अपने पहले इलेक्ट्रिक स्कूटर की लॉन्चिंग से पहले सुर्खियां बटोरीं। कंपनी ने सोशल मीडिया के जरिए अपने फ्लैगशिप ईवी का काफी आक्रामक प्रचार किया। इसका फायदा कंपनी को मिला और लॉन्चिंग से पहले ही बड़ी संख्या में इसे बुकिंग हासिल हुई।
Ola S1 Pro (ओला एस1 प्रो) भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक स्कूटर के बारे में काफी चर्चित नाम बना। पिछले महीने इसने देश के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन निर्माता हीरो इलेक्ट्रिक को बिक्री के मामले में पछाड़ पहली जगह हथिया ली, लेकिन इसके साथ ही ओला इलेक्ट्रिक के पहले उत्पाद में कई समस्याएं देखने को मिल रही हैं।
ज्यादातर मामलों में ईवी मालिक इलेक्ट्रिक स्कूटर के सॉफ्वेयर में गड़बड़ी की शिकायत कर रहे हैं। लेकिन ओला के एक ग्राहक ने हाल ही में सोशल मीडिया ट्विटर पर अपने स्कूटर के पूरी तरह से टूटे हुए फ्रंट फोर्क को दिखाते हुए एक तस्वीर पोस्ट की है। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।
श्रीनाध मेनन ने अपने ओला एस1 प्रो की तस्वीर को ट्विटर पर साझा किया, जिसके फ्रंट फॉर्क पूरी तरह से टूटा हुआ है। फॉर्क के जरिए दोपहिया वाहन का हैंडलबार पहिया से जुड़ा रहता है। और इससे कोई भी नुकसान, खासकर ड्राइविंग करते समय, दोपहिया वाहन पर सवार व्यक्ति या व्यक्तियों के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। मेनन ने अपने पोस्ट में दावा किया कि वह तेज रफ्तार से नहीं चल रहे थे।
उन्होंने लिखा, "मामूली स्पीड की ड्राइविंग में भी फ्रंट फॉर्क टूट रहा है और यह एक गंभीर और खतरनाक चीज है जिसका हम अभी सामना कर रहे हैं। हम अनुरोध करना चाहते हैं कि हमें उस हिस्से पर एक रिप्लेसमेंट या डिजाइन में बदलाव की जरूरत है और हमारे जीवन को सड़क दुर्घटना से बचा सकें, जिसमें एक खराब सामग्री का इस्तेमाल किया गया है।"
25 Kmph की स्पीड पर टूटा स्कूटर
एक अन्य यूजर आनंद लवकुमार ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, "यह समस्या मेरे साथ भी हुई है। ईको मोड में 25 किमी प्रति घंटे की स्पीड के बीच फ्रंट फॉर्क टूट गया। इसी तरह की समस्या प्लेन रोड पर कुछ अन्य ग्राहकों के साथ भी हुई है। इसे गंभीरता से लें और जल्द ही हल करें।" इस पर ओला इलेक्ट्रिक के आधिकारिक हैंडल ने जवाब दिया कि वे एक कॉल के जरिए उनके साथ जुड़ेंगे।
मेनन की सोशल मीडिया पर अपनी शिकायत सामने रखने के बाद, एक बार फिर टिप्पणियों की बौछार शुरू हो गई है। जिसमें कई लोगों ने शिकायत की है कि या तो उनके संबंधित ओला एस 1 प्रो यूनिट में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है या कंपनी उनकी शिकायतों को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। हालांकि, कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने कहा कि अपने ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर पर हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं और उन्हें कोई समस्या नहीं हुई है।