
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में स्टार्टअप की संख्या लगातार बढ़ रही है। खास बात यह है कि वैश्विक महामारी के समय में भी देश में स्टार्ट की संख्या बढ़ी है। देश में यूनिकॉर्न की संख्या 100 के पार जा चुकी है। मुझे इस बात का गर्व है कि भारत में बहुत से ऐसे मेंटर्स हैं, जिन्होंने स्टार्ट अप को आगे बढ़ाने के लिए खुद को समर्पित कर दिया है।
उन्होंने कहा स्टार्ट अप की दुनिया न्यू इंडिया की ताकत को दिखा रही है। आज भारत का स्टार्ट अप सिर्फ बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है। छोटे-छोटे शहरों और कस्बों से भी लोग सामने आ रहे हें। इससे पता चलता है कि भारत में जिनके पास इनोवेटिव आइडिया है, वे वेल्थ बना सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा हमारे देश में कई सारी भाषा, लिपियां और बोलियों का समृद्ध खजाना है। अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग पहनावा, खानपान और संस्कृति, यही हमारी पहचान है। ये विविधता एक राष्ट्र के रूप में हमें अधिक सशक्त करती है और एकजुट रखती है।
तीर्थ क्षेत्रों की गरिमा बनाए रखने की जरूरत
प्रधानमंत्री ने कहा हमें तीर्थ स्थलों की गरिमा बनाए रखने की जरूरत है। इस समय में उत्तराखंड के चार धाम की पवित्र यात्रा चल रही है। यहां हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। लेकिन मैंने देखा है कि श्रद्धालु केदारनाथ में कुछ यात्रियों द्वारा फैलाई जा रही गंदगी की वजह से दुखी हैं। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने अपनी बात रखी है। हम पवित्र यात्रा में जाएं और वहां गंदगी का ढेर हो, यह ठीक नहीं।
पीएम ने किया योग दिवस मनाने का आग्रह
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा हम 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने वाले हैं। इस बार योग दिवस की थीम है, "मानवता के लिए योग"। मैं आप सभी से योग दिवस उत्साह के साथ मनाने का आग्रह करता हूं। आप अभी से योग की तैयारी शुरू कर दीजिए। हर किसी को योग दिवस से जोड़ने के लिए प्रेरित कीजिए। प्रधानमंत्री ने बताया अलग-अलग देशों में भातरीय मिशन वहां के स्थानीय समय के मुताबिक सूर्योदय के समय योग कार्यक्रम आयोजित करेंगे। एक देश के बाद दूसरे देश में यह कार्यक्रम शुरू होगा। पूरब से पश्चिम तक निरंतर यात्रा चलती रहेगी। पीएम ने कहा, इस बार योग दिवस मनाने के लिए आप अपने शहर, कस्बे या गांव की किसी ऐसी जगह को चुनें, जो सबसे खास हो।