नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद कच्चे तेल के दाम में जोरदार तेजी देखने को मिली थी। यहां तक कि इसका भाव 139 डॉलर प्रति बैरल के शिखर पर पहुंच गया था। हालांकि, इसके बाद इसमें नरमी आई, लेकिन एक बार क्रूड ऑयल की कीमतों में आग लग गई है और भाव बढ़कर 120 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है।
क्रूड के भाव में इजाफा, रुपया धड़ाम
क्रूड ऑयल के भाव में आई तेजी के चलते इसका तत्काल असर रुपये की कीमत पर भी देखने को मिला है और मंगलवार को डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा रुपया 13 पैसे तक टूटकर बंद हुआ, वहीं बुधवार को भी रुपये में 10 पैसे तक की गिरावट दर्ज की गई। रिपोर्ट में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 0.91 फीसदी बढ़कर 122.78 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच चुकी है। वहीं डब्ल्यूटीआई क्रूड 119 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।
पेट्रोल-डीजल के दाम पर असर संभव
गौरतलब है कि कच्चे तेल की कीमतों में बदलाव का असर देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर होता है। बीते दिनों क्रूड के दाम में उछाल के साथ-साथ देश में ईंधन की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिली थी। हालांकि, सरकार की ओर से लिए गए पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती के फैसले के कारण आम जनता को थोड़ी राहत जरूर मिली थी, लेकिन क्रूड के दाम में फिर आए उबाल से देश में ईंधन की कीमतें बढ़ने की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं।
130 डॉलर के पार पहुंच सकता है दाम
विशेषज्ञों की मानें तो आने वाले दिनों में क्रूड ऑयल का भाव एक बार फिर से 130 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच सकता है। यहां बता दें कि जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुआ था तभी सं सप्लाई चेन बुरी तरह बाधिक हुई और इसका सीधा असर तेल की कीमतों पर पड़ा है। वहीं युद्ध अभी भी जारी है और कब तक चलेगा यह कहा नहीं जा सकता, ऐसे में कच्चे तेल की कीमतें और बढ़ीं तो घरेलू स्तर पर एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दाम में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है।