नई दिल्ली। क्रिप्टोक्वीन के नाम से मशहूर महिला रुजा इग्नातोवा को अमेरिका की जांच एजेंसी ने अपने टॉप मोस्ट वांटेड लोगों की लिस्ट में शामिल कर लिया है। रुजा पर क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर लोगों को 32 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है।
बुल्गारिया की रहने वाली रुजा इग्नातोवा पेशे से एक डॉक्टर हैं। बाजार में जब बिटक्वॉइन आया तो उससे प्रभावित होकर उन्होंने भी वनक्वॉइन के नाम से अपनी क्रिप्टोकरेंसी लांच कर दी। रुजा की ओर से दावा किया गया कि भविष्य में वनक्वॉइन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी हो जाएगी और लोग इससे मालामाल हो जाऐंगे।
रुजा पर फिलहाल धोखाधड़ी के आठ मामले दर्ज हैं। उनपर आरोप है कि रुजा इग्नातोवा की कंपनी ने क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए दूसरों को लुभाने के उद्देश्य से एजेंट्स को कमीशन देने की पेशकश की थी। साल 2017 से रुजा का कोई अता-पता नहीं है। खबरों के मुताबिक, उन्होंने बुल्गारिया से ग्रीस की फ्लाइट पकड़ी थी, उसके बाद से उसकी कोई खबर नहीं है।
एफबीआई ने रुसा इग्नातोवा की जानकारी देने वाले को एक लाख डॉलर इनाम में देने की घोषणा की है। एफबीआई ने रुसा इग्नातोवा को टॉप मोस्ट वांटेड भगोड़ों की लिस्ट में शामिल किया है। एफबीआई की ओर से कहा गया है कि रुजा इग्नातोवा को पकड़ने में आम जनता भी मदद कर सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रुजा इग्नातोवा पर वनक्वॉइन क्रिप्टोकरेंसी के जरिए लोगों की कमाई लूटने का आरोप है। बताया जाता है कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी रुजा ने अपने शातिर दिमाग का इस्तेमाल कर लोगों को 32 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाया है।
क्या है वनक्वॉइन क्रिप्टो स्कैम?
वनक्वॉइन क्रिप्टो स्कैम की शुरुआत साल 2016 में हुई थी। उस समय रुजा इग्नातोवा लंदन से लेकर दुबई तक वनक्वॉइन क्रिप्टोकरेंसी पर सेमिनार का आयोजन किया करती थी। अपने हर सेमिनार में वह दावा करती थी कि एक दिन उनका वनक्वॉइन दुनिया की नंबर वन क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन को भी पीछे छोड़ देगा। दुनिया के कई देशों के लोगों ने उनके सेमिनार से प्रभावित होकर वनक्वॉइन निवेश किया था।
लोग रुजा की बातों से इतने प्रभावित हो गए थे कि उन्होंने इस बात को नजरअंदाज कर दिया कि वनक्वॉइन के पास वह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ही नहीं है, जिस पर बिटक्वॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) काम करती है।
आपको बता दे रुजा ने वनक्वॉइन की शुरुआत करते समय उसे ब्लॉकचेन से जोड़ने की कोशिश की थी, पर अपने इस प्रयास में वह असफल रही थी। जब वनक्वॉइन के पास ब्लॉकचेन तकनीक नहीं होने की खबर बाजार में फैली तो रुजा अंडरग्राउंड हो गई, तब से लेकर आज तक उसकी कोई खबर नहीं है।