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0 राजधानी समेत प्रदेश भर में दोपहर तक रहा बंद का असर, दोपहर बाद खुलने लगी दुकानें 
0 रायपुर में पेट्रोल पंप खुले, आधा शटर खोलकर व्यापार भी हुआ शुरू
0 कोरबा में दुकानें बंद कराने को लेकर विवाद

रायपुर। उदयपुर घटना को लेकर विभिन्न हिंदू संगठनों द्वारा कराए गए छत्तीसगढ़ बंद का राजधानी समेत प्रदेशभर में मिलाजुला असर देखने को मिला। रायपुर में चेंबर ऑफ कॉमर्स ने दोपहर तक ही बंद को समर्थन दिया था, इसलिए दोपहर तक छत्तीसगढ़ बंद का असर रहा। दोपहर बाद कुछ दुकानें खुलने लगी।  राजधानी रायपुर में 2 बजे के बाद देवेंद्र नगर, जयस्तंभ चौक, मौदहापारा जैसे इलाकों की कुछ दुकानें खुलने लगीं। कुछ कारोबारियों ने शटर आधा खोलकर कामकाज शुरू कर दिया। कुछ पेट्रोल पंप भी सुबह से बंद थे जो दोपहर बाद खुल गया। छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने दोपहर 2 बजे तकबंद को अपना समर्थन दिया था। वहीं बस्तर संभाग में बंद नहीं रहा। वहां एक दिन पहले ही विरोध में बंद किया गया था।

शहर के कई स्कूल शनिवार सुबह खुल गए थे। प्रदर्शनकारियों ने इन्हें बंद करवाया, रायपुर के डीडी नगर इलाके में स्थित केंद्रीय विद्यालय में भी भारतीय जनता पार्टी के प्रदर्शनकारी पहुंचे थे। नारेबाजी करते हुए स्कूल बंद करवाया। स्टूडेंट को टीचर्स ने लायब्रेरी में बैठाया। पैरेंट्स को छुट्टी किए जाने की खबर दी गई और वो बच्चों के ले गए। कुछ प्राइवेट स्कूलों ने शुक्रवार शाम को ही बंद की खबर दे दी थी पालकों को।
राजधानी रायपुर में 400 में भी ज्यादा पुलिस अधिकारी और कर्मचारी चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं। हर थाना क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। रायपुर में किसी भी तरह से शांति व्यवस्था न बिगड़े इसे लेकर संवेदनशील इलाकों में खास तैनाती की गई है। कुछ पॉइंट तय किए गए हैं। पुलिस ने क्विक रिस्पॉन्स टीम बनाई है। रिजर्व फोर्स की व्यवस्था रखी गई है। ताकि हालात बिगड़ने पर स्थिति से निपटा जा सके। एडिशनल एसपी और डीएसपी रैंक के अफसर लगातार निगरानी कर रहे हैं।

बता दें कि राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में शनिवार को छत्तीसगढ़ बंद बुलाया गया। हिंदू संगठनों की ओर से बुलाए गए इस बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, जांजगीर-चांपा, कवर्धा, राजनांदगांव, रायगढ़, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही सहित प्रदेश के सभी जिलों में दुकानें-बाजार, स्कूल-कॉलेज सब बंद रहे। कोरबा में इस दौरान दुकानदारों और प्रदर्शनकारियों के बीच विवाद भी हुआ।

बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद इस बंद की अगुवाई किया। इस दौरान किसी तरह से हालात न बिगड़े इसे देखते हुए पुलिस अलर्ट मोड पर रही। प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी जिलों के एसपी को अपने-अपने इलाकों में कानून व्यवस्था पर फोकस करने कहा गया। दूसरी ओर कवर्धा में मुस्लिम समाज ने भी बंद का समर्थन किया। जांजगीर-चांपा में बंद के दौरान 'कन्हैया हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं' के नारे भी लगाए गए।

कवर्धा में मुस्लिम समाज ने भी इस बंद का समर्थन किया
वहीं कवर्धा में मुस्लिम समाज ने भी इस बंद का समर्थन किया। मुस्लिम समाज मुतवल्ली शमीम गोरी ने कहा कि राजस्थान के उदयपुर मे हुए हत्याकांड को लेकर पूरे देशभर मे आक्रोश है। यह गंगा जमुना तहजीब को गंदा करने की कोशिश की गई है। ऐसे समाज के दुश्मन की ना तो समाज मे कोई जरूरत है और ना ही इस्लाम को। इस्लाम मोहब्बत पसंद धर्म है, नफरत फैलाने की कोशिश करने वाले व्यक्ति की मुस्लिम समाज कड़ी निंदा करता है। आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करती है।

दोपहर बाद रायपुर के बॉम्बे मार्केट में रेस्टोरेंट खुले।

रायपुर में हिंदू संगठन के कार्यकर्ता दुकानें बंद कराने के लिए निकले।

कवर्धा में सारी दुकानें और बाजार बंद हैं। यहां तक कि बस स्टैंड पर भी सन्नाटा पसरा है।

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में सड़कों पर पसरा सन्नाटा।