रायपुर। रायपुर की पुलिस ने एक कारोबारी युवक को गिरफ्तार किया है। ये पिछले कई महीनों से रायुपर में नकली इंजन ऑयल बेच रहा था। बिल्कुल असली पैकेजिंग दिखाकर ये कई ब्रांड के नाम पर घटिया ऑयल का धंधा कर रहा था। इसकी शिकायत पुलिस के पास पहुंची तो खमतराई थाने की टीम ने इसके गोदाम में छापा मारकर इसे पकड़ा।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अशोक विहार गोंदवारा स्थित गुरुकृपा ट्रेडिंग कंपनी के गोदाम में ये छापामार कार्रवाई हुई। यहां से पुलिस ने अगमदीप छाबड़ा नामक युवक को गिरफ्तार किया है। अगमदीप गुुरुकृपा ट्रेडिंग कंपनी का संचालक है। जांच में टीम को इसके गोदाम से हीरो, बाइजर, मोटो गोल्ड, वेस्को, हाई मसण्ड्स, फीरो, पाॅवर एवं बस्टर के आधा लीटर, 01 लीटर एवं 05 लीटर के डिब्बों सहित 08 ड्रमों में 830 लीटर कुल 1135 लीटर गुणवत्ताहीन रिफाइन नकली इंजन आयल मिला। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि गोदाम में ही सस्ते ऑयल और इस्तेमाल किए हुए ऑयल वगैरह को मिलाकर ये नकली ऑयल बनाता था। इसे ब्रांडेड डिब्बों में पैककर ट्रक के ड्रायवरों को बेच दिया करता था। इसके पास से करीब 1 लाख 88 हजार का नकली ऑयल मिला है। ठगी और कॉपीराइट एक्ट के तहत इसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पिछले महीने मिली थी नकली टैंक फैक्ट्री
बता दें कि रायपुर में ब्रांडेड कंपनियों के नकली सामान बनाने की शिकायतें काफी समय से मिल रही हैं। पुलिस ने पिछले महीने प्लास्टिक वॉटर टैंक ब्रांड प्लास्टो के नाम पर फर्जी प्राेडक्शन का खुलासा हुआ था। यहां पुलिस की मदद से लाखों का माला सीज कर दिया गया है। लीगल टीम की अधिवक्ता नम्रता जैन ने बताया कि अब यह मामला दिल्ली कोर्ट में चलाया जाएगा।
रायपुर में नकली प्रोडक्ट का बड़ा बाजार
कारोबारियों के अनुमान के मुताबिक रायपुर में नकली प्रोडक्ट का बाजार बड़ा है। शहर के व्यापारियों के मुताबिक कम कीमत की वजह से लोग इन प्रोडक्ट्स पर भरोसा कर खरीद लेते हैं और मुनाफे के चक्कर में दुकानदार इसे बेचते हैं। तीन महीने पहले रायपुर की पुलिस ने एसकेआर मोबाइल एसेसरीज की दुकान से रितेश कुमार अंदानी, विनय कृष्णानी, नितेश खत्री नाम के कारोबारियों को पकड़ा था इनके पास से एप्पल जैसे ब्रांड के नकली प्रोडक्ट मिले थे। रविभवन में तिरूपति नावेल्टी कैप हाउस के दुकानदार को नाइकी, पोलो जैसी मल्टी नेशनल ब्रांड के लोगाे वाले नकली सामान के साथ पकड़ा गया था। इन दोनों कार्रवाइयों में पुलिस को 3 लाख से ज्यादा के नकली प्रोडक्ट मिले थे। ऐसे मामलों में पुलिस काॅपी राइट एक्ट के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई करती है। रायपुर समेत प्रदेशभर में में ब्रॉडेड कंपनी के नाम पर नकली सामान खपाने का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। अकेले रायपुर में हर महीने करीब 50 लाख रुपये के इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण, कॉस्मेटिक, खाद्य सामग्री, कपड़े समेत अन्य सामान खपाया जा रहा है।