मुंबई। वैश्विक बाजार की तेजी के बीच आईटी और टेक समेत अन्य समूहों में हुई लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह चार प्रतिशत से अधिक की बढ़त में रहे घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह ब्याज दर को लेकर अमेरिकी फेड रिजर्व की होने वाली बैठक और दिग्गज कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के परिणाम का असर रहेगा।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 2311.45 अंक की तूफानी तेजी के साथ सप्ताहांत पर दस सप्ताह बाद 56 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 56072.23 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 670.25 अंक की छलांग लगाकर 16719.45 अंक पर रहा।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मझौली कंपनियों में भी जमकर लिवाली हुई। इससे मिडकैप 805.75 अंक मजबूत होकर 23 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 23660.37 अंक और स्मॉलकैप 993.85 अंक उछलकर 26 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर 26773.41 अंक पर पहुंच गया।
विश्लेषकों के अनुसार, अगले सप्ताह 26-27 जुलाई को अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल ऑपेन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक होने वाली है। इस बैठक में ब्याज दरों में वृद्धि करने या घटाने पर निर्णय होगा। हालांकि फेड रिजर्व के कई अर्थशास्त्रियों ने संकेत दिया है कि वे आगामी बैठक में ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की एक और वृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं। यदि ऐसा हुआ तो निवेशक शेयर बाजार से पूंजी निकालकर निवेश के सुरक्षित गंतव्य की ओर बढ़ेंगे। इसका असर विदेशी और घरेलू दोनों शेयर बाजारों पर देखा जा सकेगा।
बीते सप्ताह शुक्रवार को उद्योगपति मुकेश अंबानी की पेट्रोलियम समेत विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री लिमिटेड (आरआईएल) की वित्त वर्ष 2022-23 की अप्रैल-जून तिमाही का परिणाम आया है।
इसमें आरआईएल के सकल शुद्ध मुनाफे में 43.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसका असर अगले सप्ताह बाजार पर दिख सकता है।
इसके अलावा अगले सप्ताह इंफोसिस, एक्सिस बैंक, कैनरा बैंक, सेंट्रल बैंक, टाटा स्टील, एशियन पेंट, बजाज ऑटो, एलटी, यूनियन बैंक, मारुति, टाटा मोटर्स, बजाज फिनसर्व, पीएनबी, टीवीएस मोटर, सिप्ला, एचडीएफसी, आईओसी, एनटीपीसी और सन फार्मा जैसी दिग्गज कंपनियों के तिमाही परिणाम जारी होने वाले हैं। अगले सप्ताह सेंसेक्स और निफ्टी को दिशा देने में इन कारकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।