रायपुर/कोंटा/राजनांदगांव/दुर्ग/जगदलपुर। लगातार दो दिन से हो रही बारिश से छत्तीसगढ़ के कई जिला पानी-पानी हो गया है। रायपुर से लेकर बस्तर तक बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रायपुर भी सेजबहार नाला उफान पर होने से गांव में पानी घुस गया है। इसके कारण कई मकान डूब गए हैं। बेमेतरा जिले में भी गई गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है। आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की भी मौत हो गई है। दूसरी ओर राजनांदगांव जिला अस्पताल बारिश से जलमग्न है। दुर्ग में भी बारिश ने 4 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। बारिश से रायपुर-खरोरा-बलौदाबाजार मार्ग बंद हो गया है।
पिछले 24 घंटे में रायपुर में हुई मूसलाधार बारिश के बाद अब निचले इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। सेज बहार में नाला उफान पर होने से पानी गांव में घुस गया है। बताया जा रहा है कि 25 से 30 मकान डूब गए हैं। इसके बाद प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि अब तक 25 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। मौके पर SDRF और मुजगहन थाना पुलिस तैनात है। दूसरी ओर बलौदाबाजार में भी कोल्हान नाला उफान पर आ गया है। इसके कारण सारागांव के पास बलौदाबाजार-खरोरा मार्ग बंद है।
वहीं आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी लगातार बारिश हो रही है। बुधवार को भी तीनों प्रदेशों के लिए अलर्ट जारी है। छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश-तेलंगाना रूट पर परवीरापुरम में एक फीट पानी भर गया है। आशंका जताई जा रही है कि जल स्तर बढ़ने से कुछ घंटों बाद तीनों राज्यों का संपर्क टूट सकता है। हालांकि गोदावरी नदी के जल स्तर में ठहराव आया है, लेकिन अब शबरी में पानी बढ़ने लगा है इसके कारण कोंटा में बाढ़ के हालात बन रहे हैं। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बारिश का रेड अलर्ट है।
बेमेतरा में नवागढ़-भाटापरा पुल बंद
बेमेतरा में भी पिछले 16 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। इससे शिवनाथ नदी सहित सकरी नदी, हाफ नदी और नाले उफान पर हैं। इसके बाद दाढ़ी को तहसील के गांव सुनहरा भैया आमचो सहित कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। नवागढ़ नगर पंचायत में पानी लोगों के घरों में घुस गया है। नवागढ़-भाटापारा को जोड़ने वाले पुल पर पानी आने के कारण उसे बंद कर दिया गया है। वहीं सिटी कोतवाली क्षेत्र के तेंदूभाटा गांव में 56 साल की सहोदरा बाई की बिजली गिरने से मौत हो गई है। वह अपने पति के साथ खेत में काम कर रही थी।
दुर्ग में मार्केट तालाब बना
दुर्ग जिले में 15 घंटे से लगातार हो बारिश जारी है। इसके कारण पूरा शहर पानी में तर हो गया है। सड़कें तालाब बन गई हैं। मार्केट भी पानी से लबालब हैं। बारिश के कारण पारा भी 6 डिग्री लुढ़क गया है। बताया जा रहा है कि चार साल में पहली बार 9 दिन के भीतर दुर्ग-भिलाई में 251 मिमी पानी गिरा है। यह कोरोना काल के बाद अगस्त के शुरुआती दिनों में पानी गिरने का नया रिकार्ड है। अभी तक 610.5 मिमी पानी गिर चुका है, जो सामान्य से 3 फीसदी अधिक है। बुधवार को भी मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।
जिला अस्पताल में ओटी से वार्ड तक पानी-पानी
राजनांदगांव में मंगलवार रात हुई दो घंटे की बारिश ने ही सिस्टम की पोल खोलकर रख दी। झमाझम बारिश के चलते जिला अस्पताल जलमग्न हो गया। वार्ड से लेकर ओटी तक पानी में डूबा हुआ था। नीचे वार्ड में पानी भरने के कारण सभी मरीजों को ऊपर के वार्डों में शिफ्ट किया गया है। जिला अस्पताल के बाहर से लेकर अंदर तक घुटनों तक पानी ही पानी दिखाई दे रहा था। अब सुबह एक बार फिर बारिश शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि जब भी मूसलाधार बारिश होती है, अस्पताल का यही हाल होता है।
बीजापुर-जगदलपुर मार्ग कई घंटों से बंद
बस्तर में भी लगातार हो रही बारिश ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। नेशनल हाईवे-163 से होकर गुजरने वाली तुमनार नदी पर बने पुल का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। एप्रोच रोड भी उखड़ गई है। इससे सड़क और पुल के बीच करीब 10 फीट लंबा और 5 फीट गहरा गड्ढा हो गया। पिछले कई घंटों से बीजापुर-जगदलपुर मार्ग बंद है। दोनों तरफ वहानों की लंबी कतार लगी है। हालांकि, नदी का पानी कम होने पर अब प्रशासन की टीम पुल और सड़क के मरम्मत कार्य में जुट गई है। मिट्टी और सीमेंट-गिट्टी का मलवा डाल गड्ढे को भरा जा रहा है।