0 एनएच-30 पर 5 फीट पानी, वाहनों की लंबी कतार लगी
0 महानदी भी उफान पर, चंद्रपुर शहर में घुसा पानी
रायपुर/बिलासपुर/दुर्ग/बालोद/जगदलपुर/दंतेवाड़ा/जांजगीर-चांपा/कोंटा/। छत्तीसगढ़ में पिछले दो दिन से हो रही लगातार बारिश से प्रदेश के कई जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दक्षिण बस्तर में बारिश से गोदावरी-शबरी नदी खतरे के निशान पर है। इससे छत्तीसगढ़ का आंध्रप्रदेश और तेलंगाना से संपर्क टूट गया है। तेलंगाना में गोदावरी का जल स्तर खतरे के अंतिम लेवल को भी पार कर गया। वहीं शबरी नदी भी खतरे के निशान से एक मीटर दूर रह गई है। इसके बैक वॉटर से सुकमा के कोंटा में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। दूसरी ओर महानदी का भी जलस्तर बढ़ रहा है। खतरे के निशान से 4 फीट नीचे बह रही है। इसके कारण जांजगीर-चांपा के चंद्रपुर शहर में बाढ़ का पानी घुस गया है। चंद्रपुर-सरिया-बरमकेला और हीरापुर-डभर रूट बंद हो गया है।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बारिश को लेकर अलर्ट जारी है। गोदावरी का जल स्तर 52.20 फीट पर पहुंच गया है। यह स्तर तीसरे वार्निंग को भी पार कर गया है। वहीं वीरापुरम के पास नेशनल हाइवे पर 5 फीट पानी होने के कारण देर रात से रूट बंद है। दोनों ओर वाहनों की कतार लगी हुई है। करीब 15-20 दिन में दूसरी बार ऐसे हालात हैं। वहीं बीजापुर में मिरतुर में मरी नदी और वेलुदी नदी उफान पर है। फुलगट्टा समेत 10 से ज्यादा गांव और गंगालूर इलाके के कई गांवों का संपर्क टूटा हुआ है। तारलागुड़ा में पानी भरने से बीजापुर के रास्ते तेलंगाना मार्ग बंद है।
महानदी भी उफान पर, चंद्रपुर का बिजली दफ्तर डूबा
जांजगीर-चांपा में लगातार 2 दिनों से हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। शिवरीनारायण और चंद्रपुर में महानदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। शिवरीनारायण के सबरी सेतु से महज एक फीट नीचे पानी बह रहा है। चंद्रपुर में महानदी प्रवेश कर चुकी है। वहां के विद्युत मंडल कार्यालय परिसर, नाथल दाई मंदिर परिसर, नगर पंचायत परिसर, मंडी और सारथी मोहल्ले में भी जलमग्न हो गए हैं। चंद्रपुर-बरमकेला मार्ग का लातनाला पुल के ऊपर पानी बह रहा है। सरिया-बरमकेला, हीरापुर-डभर रूट बंद हो गया है।
प्रशासन ने तटीय क्षेत्र के लिए जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, मुताबिक, अगले 24 घंटों में जांजगीर-चांपा और उससे लगे जिलों में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी वर्षा की संभावना है। इसके बाद नदी-नालों के कैचमेंट एरिया, निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। महानदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जलस्तर 9 अगस्त की रात से बढ़ना शुरू हुआ है, जो लगातार जारी है। मौसम विभाग के अनुसार बीते दिनों अकलतरा और चांपा में दो सेमी वर्षा रिकार्ड की गई है। प्रशासन ने महानदी के तटीय क्षेत्र के लिए अलर्ट जारी कर दिया है।
तेज बारिश से नाले में बहा युवक
बालोद जिले में लोहारा के ग्राम गणेश खपरी में पिछले 24 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। ऐसे में स्थानीय युवक पोषण देवांगन (22) पुत्र हेमराय देवांगन नाले में नहाने के दौरान बह गया। वह बीए फाइनल ईयर का छात्र था। छात्र एक अन्य युवक के साथ नहाने के लिए गया था। इस दौरान युवक ने खुद को किसी तरह से बचा लिया। इसके बाद आसपास के लोगों को जानकारी दी। उन्होंने युवक को तलाश किया, पर कुछ पता नहीं चल सका है। फिलहाल सूचना मिलने के बाद प्रशासन की टीम युवक की तलाश में जुटी हुई है।
शिवनाथ के तटीय इलाके डूबे, एसडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
दुर्ग में मोगरा जलाशय से 56 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद शिवनाथ नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। महमरा एनीकट से करीब 15 फीट पानी ऊपर बह रहा है। पुलगांव में नदी के किनारे बसी बस्तियों से 45 परिवारों के 150 लोगों के लिए राहत केंद्र में पहुंचाया गया है। वहीं देर रात खेतों में पानी भरने के बाद भरदा गांव में फंसे तीन लोगों गुरुवार सुबह सुरक्षित निकाला गया। इनके अलावा डंडेसरा गांव निवासी पति-पत्नी को भी SDRF ने रेस्क्यू किया है। दोनों नदी के किनारे सूखा नाला में भुट्टा बाड़ी में फंसे थे।
बिलासपुर में शहरी इलाके जलमग्न, लोगों के घरों में घुसा पानी
बिलासपुर में भी लगातार हो रही बारिश ने परेशानी खड़ी कर दी है। इसके चलते जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। पुराना बस स्टैंड, तेलीपारा, विद्यानगर, भारतीय नगर में सड़कें तलाब बन चुकी हैं। जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से तोरवा, सरकंडा सहित कई क्षेत्रों में पानी लोगों के घरों में घुस गया है। जल निकासी की समस्या को लेकर शहरवासी सालों से है परेशान हैं। आरोप है कि शिकायत के बाद भी निगम उनकी सुध नहीं ले रहा है।