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रायपुर। छत्तीसगढ़ के अनियमित कर्मचारी संघ ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया। करीब 2 हजार कर्मचारी नियमितिकरण और दूसरी मांगों को लेकर रायपुर में पिछले 15 दिन से धरना दे रहे थे। पिछले 72 घंटे से ये सड़क पर भी बैठ गए थे। बताया जा रहा है कि संघ ने निर्णय लिया है कि वे नई रणनीति के साथ फिर प्रदर्शन करेंगे। इससे पहले यहां कर्मचारियों और कुछ लोगों के बीच जमकर विवाद भी हुआ। कर्मचारियों का कहना है कि जानबूझकर असामाजिक तत्व प्रदर्शन के बीच आकर कर्मचारियों को परेशान कर रहे हैं ताकि आंदोलन को दबाया जा सके।

छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय संयोजक गोपाल प्रसाद साहू ने कहा कि, हम सभी कर्मचारी बूढ़ापारा के स्मार्ट सिटी गेट के पास धरना दे रहे थे। यहां सरकारी मेडिकल यूनिट की गाड़ी आई इसके ड्राइवर ने कर्मचारियों को रौंद डालने की धमकी दे दी। जब कर्मचारियों ने ड्राइवर को गाड़ी से नीचे उतरने को कहा तो पाया गया कि, ड्राइवर नशे में है, और वह बदसलूकी करने लगा। देखते ही देखते धरना स्थल पर विवाद बढ़ गया। मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस के दखल के बाद मामला शांत हुआ।

इसके बाद धरने पर बैठे दूसरे संगठन के एक पदाधिकारी ने अनियमित कर्मचारियों के साथ झगड़ा शुरू कर दिया। दरअसल रसोईया संघ के धनंजय पदमवार नाम के युवक ने प्रदर्शन में शामिल महिलाओं को खाना दिए जाने की बात पर झगड़ा शुरू कर दिया। बात इस कदर बिगड़ी कि इस मामले में अनियमित कर्मचारियों ने पदम की शिकायत कोतवाली थाने में कर दी। तनाव और मारपीट की स्थिति की वजह से फोर्स धरना स्थल पर तैनात है।

छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा है कि ऐसी परिस्थितियां बनाकर कर्मचारियों के हौसले गिराने की कोशिश की जा रही है। मगर नियमितीकरण की मांग के लिए हम अपने जायज विरोध प्रदर्शन को लोकतांत्रिक ढंग से जारी रखेंगे। संगठन के गोपाल साहू ने बताया कि हम जो मांग कर रहे हैं वो कांग्रेस के घोषणापत्र में थी। कोई नई बात नहीं कर रहे।

72 घंटों से जारी प्रदर्शन टला
पिछले 72 घंटों से अनियमित कर्मचारी रायपुर के बूढ़ा तालाब स्थित सड़क को जाम कर बैठे थे। यह सभी कर्मचारी मुख्यमंत्री निवास घेराव करने के लिए जाना चाहते थे, मगर पुलिस द्वारा रोके जाने की वजह से नाराजगी जताते हुए यह सड़क पर ही धरना देने लगे। पिछले 72 घंटों से विरोध प्रदर्शन जारी था। अब बुधवार शाम इसे स्थगित कर दिया गया। संगठन के गोपाल प्रसाद साहू ने बताया कि अब आने वाले दिनों में नई रणनीति के साथ कर्मचारी एक बार फिर मैदान में उतरेंगे।