0 मंत्री ताम्रध्वज साहू के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। सांसद ने छत्तीसगढ़ की जर्जर सड़कों के मुद्दे को उठाए जाने के बाद से कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा की गई निजी टिप्पणियों पर आपत्ति जताई है। इसके साथ गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू द्वारा की गई निजी टिप्पणियों पर सख्त आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
बता दें कि सांसद सरोज पांडेय ने बीते दिनों अकलतला विधानसभा से कोरबा जाते समय गड्ढों भरी सड़क पर खड़ी होकर सड़कों की बदहाली पर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में पोस्ट किया था। इसमें सांसद सरोज पांडेय ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए एक न्यूज एंकर की तरह सड़क की हालत को बयां किया था। इसमें उन्होंने कहा था कि सड़क में गड्ढे हैं, या गड्ढों में सड़क समझ में नहीं आ रहा है। इस वीडियो को वायरल होने के बाद पक्ष और विपक्ष के बीच इसे लेकर जमकर बयानबाजी भी हुई थी। सूबे के गृह और पीडब्ल्यूडी मंत्री ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी।
इसके बाद इस मुद्दे ने तेजी से राजनीतिक तूल पकड़ा लिया। सत्ता के गलियारे तक बात पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सड़कों की दशा के लिए पूर्ववर्ती भाजपा सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को जिम्मेदार ठहराया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरोज पांडेय सीधे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर हमला नहीं कर सकती हैं, इसलिए वे रोड के बहाने सरकार पर निशाना साध रही हैं। इससे पहले राज्य में भाजपा की सरकार थी। सड़कों का घटिया निर्माण उसी ने किया, इसलिए 3 साल में बदहाल हो गई।
गृहमंत्री ने कह दिया-...कभी चिकनी सड़कों का भी वीडियो बनाएं
सासंद के इस सड़क वाले वीडियो पर गृह व पीडब्लूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने दो दिन पहले विवादित बयान देते हुए कहा था कि 'सरोज पांडेय अपना चार्मिंग फेस दिखाते वीडियो बनाती हैं। कभी हमारी चिकनी सड़क का भी वीडियो बनाएं'। इस बयान के बाद जमकर विवाद बढ़ गया और भाजपा ने इसे महिला अपमान से जोड़ते हुए गृह मंत्री से इस्तीफे की मांग कर डाली। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी ताम्रध्वज के बयान की निंदा की।
इसके बाद आज सरोज पांडेय ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिख कर नवरात्रि की बधाई दी और कहा की मातृ शक्ति के आराधना के महापर्व पर आपको एक महिला और एक बेटी की मां होने के नाते पत्र लिखने को मजबूर हो गई हूं। उन्होंने लिखा कि आपके मंत्री ने भाषा की मर्यादा को लांघा है। उनसे आपको तुरंत इस्तीफा लेना चाहिए।