हैदराबाद। भारत जोड़ो यात्रा का तेलंगाना में 12वां दिन है। गुरुवार को यात्रा की शुरुआत रुद्रम से हुई। इसके बाद ऐसे कई मौके आए जहां राहुल गांधी का अलग अंदाज दिखाई दिया। पहले उन्होंने एक बच्चे काे कराटे की टेक्नीक सिखाई। फिर लोक नृत्य ढिमसा किया। इसके बाद सबसे अलग चीज रही बोनालू सेलिब्रेशन किया। इसमें उन्होंने खुद को कोड़े मारे।
तेलंगाना के बोनालू फेस्टिवल की परंपरा है कोड़े मारना
तेलंगाना के बोनालू फेस्टिवल में कोड़े मारने की परंपरा है। यह कोड़े 'पोथाराजू' बना व्यक्ति अपने शरीर पर मारता है। पोथाराजू, बोनालू फेस्टिवल की देवी महाकाली का भाई है, जो देवी की रक्षा के लिए चाबुक चलाता है। पोथाराजू को देवी महाकाली के विभिन्न रूपों वाली सात बहनों का भाई माना जाता है। राहुल गांधी ने भी अपनी यात्रा के दौरान यही अवतार अपनाया।
राहुल के 2 रंग: बच्चे को पंच ट्रेनिंग दी, फोक डांस किया
रुद्रम में एक बच्चा कराटे ड्रेस में नजर आया। राहुल ने उसे बुलाया और उसकी पंचिंग प्रैक्टिस कराई। इस दौरान एक लड़की भी कराटे ड्रेस में नजर आई। राहुल गांधी जापानी मार्शल आर्ट फॉर्म अकीदो में ब्लैक बेल्ट हैं। 2013 में उन्हें ब्लैक बेल्ट से नवाजा गया था। वे मार्शल आर्ट सीखने के लिए जापान भी गए। वे नेशनल लेवल शूटिंग चैंपियन भी हैं। राहुल कई फाइटिंग आर्ट्स फॉर्म सीख रहे हैं।
भारत जोड़ा यात्रा में कल ब्रेक, 7 नवंबर को महाराष्ट्र में एंट्री
तेलंगाना में भारत जोड़ो यात्रा 19 विधानसभा और 7 संसदीय क्षेत्रों में कुल 375 किमी का सफर कर रही है। कल यानी 4 नवंबर को एक दिन का ब्रेक रहेगा। 7 नवंबर को यात्रा महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी। भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। तेलंगाना में आने से पहले यात्रा केरल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में वॉक पूरी कर चुकी है। तेलंगाना में 10 समितियां बनाई गई हैं।