मुंबई। कोरोना संक्रमण की एक बार फिर आई आहट से सहमे निवेशकों की चौतरफा बिकवाली के दबाव में बीते सप्ताह ढाई प्रतिशत तक लुढ़क चुके घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह भी कोविड के अलग-अलग देशों में पांव पसारने का डर हावी रहेगा।
बीते सप्ताह बीएसाई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1492.52 अंक यानी 2.43 प्रतिशत की गिरावट लेकर सप्ताहांत पर दो माह के निचले स्तर 60 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 59845.29 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 462.2 अंक अर्थात 2.53 प्रतिशत का गोता लगाकर 18 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 17806.80 अंक पर रहा।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों के मुकाबले मझौली और छोटी कंपनियों में बिकवाली का दबाव अधिक रहा। इससे मिडकैप 1312.42 अंक यानी 5.1 प्रतिशत टूटकर सप्ताहांत पर 24426.79 अंक और स्मॉलकैप 2264.07 अंक अर्थात 7.7 प्रतिशत लुढ़ककर 27252.68 अंक पर आ गया।
विश्लेषकों के अनुसार, कोविड के वैरिएंट ओमीक्रॉन के सब वैरिएंट एफबी-7 का संक्रमण चीन में फैलने के बाद अब अमेरिका, जापान, ब्रिटेन और दक्षिण काेरिया समेत कई देशों में कहर बरपा कर रहा है। इससे अर्थिक गतिविधियां ठप पड़ने और दुनिया के एक बार फिर आर्थिक मंदी का चपेट में आने का डर निवेशकों को अगले सप्ताह भी डराएगा। इसका सीधा असर घरेलू समेत वैश्विक बाजार पर दिखाई देगा।
इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और डॉलर सूचकांक भी अगले सप्ताह बाजार की दिशा निर्धारित करने वाले अन्य महत्वपूर्ण कारक होंगे। साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश प्रवाह पर भी बाजार की नजर रहेगी।
एफआईआई ने दिसंबर में अबतक कुल 124,455.81 करोड़ रुपये की लिवाली जबकि कुल 132,925.34 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। उन्होंने बाजार से 8,469.53 करोड़ रुपये निकाल लिए। हालांकि, इस अवधि में घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की निवेश धारणा मजबूत रही है। उन्होंने बाजार में कुल 106,850.54 करोड़ रुपये का निवेश किया जबकि 87,753.86 करोड़ रुपये निकाल लिए, जिससे वह 19,096.68 करोड़ रुपये के लिवाल रहे।
बीते सप्ताह बाजार में सोमवार की तेजी को छोड़कर शेष चार दिन गिरावट रही। वैश्विक बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर सीडी, ऊर्जा, एफएमसीजी, ऑटो और सर्विसेज समेत 18 समूहों में हुई मजबूत लिवाली की बदौलत पिछले लगातार दो दिन की गिरावट से उबरते हुए सोमवार को सेंसेक्स 468.38 अंक की छलांग लगाकर 61806.19 अंक और निफ्टी 151.45 अंक की उड़ान भरकर 18420.45 अंक पर पहुंच गया। वहीं, वैश्विक बाजार की गिरावट के बीच स्थानीय स्तर पर दूरसंचार, ऑटो, धातु और रियल्टी समेत 16 समूहों में हुई बिकवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 103.90 अंक गिरकर 61702.29 अंक और निफ्टी 35.15 अंक फिसलकर 18385.30 अंक पर आ गया।
चीन में कोरोना संक्रमण के एक बार फिर से पांव पसारने से दुनिया पर मंदी का खतरा मंडराने की आशंका से हतोत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली के दबाव में बुधवार को सेंसेक्स 635.05 अंक का गोता लगाकर 61067.24 अंक और निफ्टी 186.20 अंक की गिरावट लेकर 18199.10 अंक पर आ गया।
इसी तरह वैश्विक बाजार की तेजी के बावजूद देश में कोरोना की आहट से सहमे निवेशकों की चौतरफा बिकवाली के दबाव में गुरुवार को सेंसेक्स 241.02 अंक लुढ़ककर 60826.22 अंक और निफ्टी 71.75 अंक गिरकर 18127.35 अंक पर आ गया। केंद्रीय बैंकों के महंगाई नियंत्रित करने के लिए ब्याज दर में बढ़ोतरी के संकेत से एशियाई बाजारों में आई गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों स्थानीय स्तर पर की गई चौतरफा बिकवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स 980.93 अंक का गोता लगाकर 59845.29 अंक और निफ्टी 320.55 अंक लुढ़ककर 17806.80 अंक पर रहा।