0 पुलिस जवानों पर हमला करने वाले 7 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में चर्च में तोड़फोड़ और पुलिस जवानों पर हमला करने वाले 7 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इधर सांसद मोहन मंडावी समेत कई नेता नारायणपुर जाने की मांग कर रहे हैं। जिन्हें कलेक्टर ने जाने से रोक दिया गया। भाजपा नेता विरोध में सड़क पर ही बैठ गए। इस बीच बीजेपी नेताओं और पुलिस में झूमाझटकी भी हुई।
नारायणपुर जिला अध्यक्ष रूपसाय सलाम समेत अन्य कार्यकर्ताओं को आज कोर्ट में पेश कर कड़ी सुरक्षा के बीच जेल भेजा गया। गिरफ्तार लोगों में से पवन नाग, अंकित नंदी के नाम सामने आए हैं। फिलहाल मौके पर तनाव के हालात हैं। पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा है कि हम परेशान हो रहे हैं। अब नारायणपुर में कार्यकर्त्ताओं को एकत्रित करो। इधर कलेक्टर ने कहा कि मुझे 2 दिन का वक्त दीजिए। मैं कल गिरफ्तार लोगों के परिजनों को उनसे मिलवाऊंगा।
उधर भाजपाइयों की गिरफ्तारी के बाद सांसद संतोष पांडेय, मोहन मंडावी, भाजपा नेता केदार कश्यप और महेश गागड़ा नारायणपुर जिला मुख्यालय जाने के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक दिया है। इसके बाद सभी भाजपा नेता बेनूर गांव में सड़क पर ही बैठ गए हैं। डीआईजी कमलोचन कश्यप समेत अन्य अफसर उन्हें मौके से उठाने की कोशिश में लगे हुए हैं।
पुलिस की समझाइश के बाद भाजपा नेता बातचीत करने के लिए राजी हुए हैं। बेनूर के सीएसपी कार्यालय में एक बंद कमरे में भाजपा नेताओं की कलेक्टर और एसपी के साथ मीटिंग हुई। हालांकि अंदर क्या बातचीत हुई। इस मामले में कोई जानकारी निकलकर सामने नहीं आ आई है।
बता दें कि नारायणपुर चर्च में हुए बवाल के बीच भीड़ ने रविवार रात से सोमवार शाम तक जिले में जमकर बवाल किया था। भीड़ ने धर्मांतरण के विरोध में चर्च में जबरदस्त तोड़फोड़ की थी। इन्हें रोक रहे थानेदार और एसपी पर भी कुछ युवकों ने हमला कर दिया था। इसमें दोनों घायल हुए थे। पथराव में कई पुलिसवालों को चोट आई थी। इसके बाद आसपास के जिलों से पुलिस बल बुलवाकर कार्रवाई की गई। गिरफ्तारियों के लिए भीड़ में शामिल युवकों की तलाश की जा रही है।
स्थिति तनावपूर्ण, 5 हजार जवान तैनात
नारायणपुर में धर्मांतरण के आरोप में बवाल के बाद इलाके में अब भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। सुरक्षा के लिहाज से शहर सहित आसपास के इलाके में करीब 5 हजार जवानों की तैनाती की गई है। शांति नगर और बंगला पारा वार्ड में हालात सबसे ज्यादा खराब थे। नारायणपुर में हुए उपद्रव के बाद शहर में सन्नाटा पसरा हुआ है। चप्पे-चप्पे में जवानों की तैनाती की गई है। चर्च के बाहर भी जवानों को तैनात किया गया है।