Head Office

SAMVET SIKHAR BUILDING RAJBANDHA MAIDAN, RAIPUR 492001 - CHHATTISGARH

tranding

0 सीईसी की बैठक में 110 सीटों पर उम्मीदवार तय

नई दिल्ली/ बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक हुई। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के हेडक्वार्टर में हुई बैठक में पार्टी ने चुनाव में किसी के साथ गठबंधन नहीं करने का फैसला किया है।

एसडीपीआई के साथ गठबंधन के सवाल पर कर्नाटक के कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि हमने किसी के साथ गठबंधन नहीं किया है। हम अकेले आए हैं, हम अकेले ही लड़ेंगे और जीतेंगे। सीईसी की मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी भी शामिल थे।

20 मार्च को पहली लिस्ट जारी करेगी पार्टी
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सीईसी की बैठक में 224 सीटों वाले कर्नाटक विधानसभा में 110 सीटों पर उम्मीदवार तय कर लिए हैं। उम्मीदवारों की पहली लिस्ट 20 मार्च को जारी होगी। जानकारी के मुताबिक, इसमें चार से पांच सीटों को छोड़ सभी मौजूदा विधायकों को टिकट दिए जाएंगे। कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट में कर्नाटक शिवकुमार के भाई डीके सुरेश का भी नाम हो सकता है। डीके सुरेश अभी राज्य में कांग्रेस के इकलौते सांसद हैं।

20 मार्च को राहुल की बेलगावी में रैली
जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी 20 मार्च का बेलगावी में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि पार्टी राहुल के कर्नाटक दौरे से पहले 120 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर सकती है।

कर्नाटक देश का करप्ट स्टेटः शिवकुमार
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- मुझे लगता है कि अब पूरा राज्य शासन के साथ एक नई सरकार की तलाश कर रहा है। कर्नाटक इस देश की सबसे करप्ट स्टेट बन गई है। इसलिए चुनाव के लिए 1300 से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन दिया है। ये सभी पार्टी के प्रमुख दावेदार हैं, लेकिन उन सभी को टिकट देना पॉसिबल नहीं है। शिवकुमार ने कहा कि राज्य में सिर्फ 224 विधानसभा सीटें हैं। हम उन सभी को अवसर देंगे जिसे पिछले चुनाव में टिकट नहीं मिला है। हम चाहते हैं कि युवा पीढ़ी और ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को मौका दिया जाए।

कांग्रेस का फोकस 150 से ज्यादा सीटों पर
कांग्रेस इस बार राज्य में 150 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने के लक्ष्य को लेकर चुनावी रणनीति बना रही है। 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने सिर्फ 78 सीटें ही जीती थीं। जबकि जेडीएस को 37 सीटें मिली थीं। वहीं, भाजपा ने 104 सीटे जरूर जीती थीं, लेकिन 224 विधानसभा सीटों वाले कर्नाटक में 113 के बहुमत आंकड़े से 9 सीटें कम रह गई थीं।