0 सांसदी जाने के बाद बंगला खाली करने का नोटिस मिला है
नई दिल्ली। राहुल गांधी सरकारी बंगला छोड़ने के बाद सोनिया गांधी के घर (10 जनपथ) शिफ्ट होंगे। 23 मार्च को सूरत कोर्ट से दो साल की सजा मिलने के बाद 24 मार्च को राहुल की सदस्यता रद्द कर दी गई थी। उसके बाद 27 मार्च को उन्हें बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया था। राहुल का सामान भी 10 जनपथ शिफ्ट किया जाने लगा है। वे जल्द ही यहां रहने लगेंगे।
बता दें कि नोटिस मिलने के बाद राहुल ने कहा था कि उनके सरकारी बंगले से उनकी कई अच्छी यादें जुड़ी हुई हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तब उन्हें अपने या सोनिया के बंगले में शिफ्ट होने का सुझाव दिया था।
कांग्रेस नेता 12 तुगलक लेन वाले सरकारी बंगले में रह रहे थे। 2004 में लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद उन्हें यह बंगला आवंटित किया गया था। नियमों के मुताबिक उन्हें अयोग्यता आदेश (24 मार्च) की तारीख से एक महीने के भीतर अपना सरकारी बंगला खाली करना था। इस नोटिस के जवाब में राहुल गांधी ने कहा था कि वह बंगला खाली करने के नोटिस का पालन करेंगे।
नोटिस के जवाब में कहा था धन्यवाद
उन्होंने लोकसभा सचिवालय में उप सचिव मोहित राजन को पत्र लिखकर कहा कि 12, तुगलक लेन में मेरे आवास को रद्द करने के संबंध में 27 मार्च 2023 के आपके पत्र के लिए धन्यवाद। राहुल गांधी ने कहा था कि पिछले चार कार्यकालों में लोकसभा के एक निर्वाचित सदस्य के रूप में, ये लोगों का जनादेश है, जिसके लिए मैं यहां बिताए अपने समय की सुखद यादों का श्रेय देता हूं। अपने अधिकारों के प्रति पूर्वाग्रह के बिना, मैं निश्चित रूप से आपके आदेश का पालन करूंगा।
सजा के बाद संसद सदस्यता हुई थी रद्द
राहुल गांधी को 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में सूरत की एक अदालत की ओर से दो साल की जेल की सजा सुनाए जाने के बाद लोकसभा सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। मोदी सरनेम पर की गई राहुल गांधी की टिप्पणी के खिलाफ ये मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में उन्हें जमानत मिल गई है।