0 बोले-कांग्रेस में हाईकमान कंट्रोल करने की ताकत चाहता है, पर मेहनत नहीं चाहता
0 कभी सोचा नहीं था कांग्रेस छोड़ूंगाः रेड्डी
हैदराबाद। सीनियर कांग्रेस लीडर और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने पिछले महीने कांग्रेस छोड़ते वक्त रेड्डी ने अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक लाइन का इस्तीफा भेजा था।
भाजपा जॉइन करने के बाद रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस में लगातार गलत फैसले लिए गए। एक के बाद एक गलत फैसलों के चलते सभी राज्यों में कांग्रेस कमजोर हो गई। एक कहावत है कि हमारा राजा बहुत समझदार है, वो खुद सोच नहीं पाता और किसी की सलाह नहीं सुनता है। कांग्रेस में भी ऐसा ही है। वहां हाईकमान लोगों से बातचीत नहीं करता, नेताओं की बात नहीं सुनता है। वह कंट्रोल करने की पावर तो चाहता है, लेकिन जिम्मेदारी लेना और मेहनत करना नहीं चाहता है।
श्री रेड्डी ने कहा कि अगर आपको कपड़ा सिलवाना होता है तो आप दर्जी के पास जाते हैं। आप नाई के पास नहीं जाते हैं। कांग्रेस हाईकमान को नहीं पता कि राज्य में किस आदमी को क्या जिम्मेदारी देनी है। लोगों से बात करने का जिम्मा किसको देना है। उन्हें अपने नेताओं का कैरेक्टर नहीं पता है। असली नेता वो होता है, जो लोगों से बातचीत करे। समस्याओं को समझे और ऐसे नेता को राज्य में जिम्मेदारी दे, जो इन समस्याओं को सुलझा सके।
2014 में रेड्डी ने अलग पार्टी बनाई थी
रेड्डी पहले भी कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके हैं। 2014 में जब UPA सरकार ने आंध्र से तेलंगाना को अलग करने का फैसला किया, तब रेड्डी ने विरोध में पार्टी छोड़ दी थी। उन्होंने तब अपनी जय समैक्यांध्र पार्टी बनाई थी और आम चुनाव में कैंडिडेट्स भी उतारे थे। उन्हें एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी। रेड्डी 2018 में वापस कांग्रेस में शामिल हो गए।