बेंगलुरु/नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल कर रही है। रुझानों में पार्टी को 130 तक सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। इसी बीच राहुल गांधी दिल्ली स्थित पार्टी दफ्तर पहुंचे। उन्होंने मीडिया के सामने आए 6 बार नमस्कार बोले। कहा कि सबसे पहले मैं कर्नाटक की जनता को, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को, सब नेताओं को और उनके काम को बधाई देता हूं।
राहुल ने कहा कि कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ है, मोहब्बत की दुकानें खुली हैं। ये सबकी जीत है। सबसे पहले यह कर्नाटक की जनता की जीत है। हमने चुनाव में कर्नाटक की जनता से 5 वादे किए थे। हम इन वादों को पहली कैबिनेट मीटिंग में पूरा करेंगे।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक के चुनाव में एक तरफ सरकार के करीबी पूंजीपतियों की ताकत थी, तो दूसरी तरफ गरीब जनता की शक्ति थी। इस चुनाव में शक्ति ने ताकत को हरा दिया। यही हर राज्य में होगा। कांग्रेस कर्नाटक में गरीबों के साथ खड़ी हुई। हम उनके मुद्दों पर लड़े। हमने नफरत और गलत शब्दों से ये लड़ाई नहीं लड़ी। हमने मोहब्बत से ये लड़ाई लड़ी। कर्नाटक ने दिखाया कि इस देश को मोहब्बत अच्छी लगती है।
कर्नाटक में राहुल ने 18 रैलियां और दो रोड शो किए थे
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वे सबसे ज्यादा 21 दिन कर्नाटक में रहे, 500 किमी से ज्यादा पैदल चले। लोगों से मिले, उनकी समस्याएं सुनीं और इस जीत की नींव रखी।चुनाव के लिए भी राहुल ने 18 रैलियां और दो रोड शो किए थे। उनके अलावा मल्लिकार्जुन खड़गे ने 35 रैलियां और 1 रोड शो, प्रियंका गांधी ने 14 रैलियां और 11 रोड शो और सोनिया गांधी ने हुबली में 1 रैली की थी।
पहली रैली बेलगावी में की, आखिरी बेंगलुरु में
राहुल गांधी कर्नाटक चुनाव के लिए प्रचार करने में काफी एक्टिव रहे। उन्होंने 19 मार्च को बेलगावी से चुनावी प्रचार शुरू किया। यहां उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है। कुछ भी करवाना हो तो 40% कमीशन देना पड़ता है। ये देश किसी एक का नहीं है, अडाणी का नहीं है। देश गरीबों और किसानों का है।
पहली ही रैली में राहुल ने चुनावी वादा किया कि राज्य में एससी रिजर्वेशन को 15 से बढ़ाकर 17% करेंगे। एसटी रिजर्वेशन को 3 से बढ़ाकर 7% करेंगे और तीन साल तक हर ग्रेजुएट को 3 हजार रुपए हर महीने दिए जाएंगे। ये वादे कांग्रेस को जीत दिलाने में अहम साबित हुए।