0 उद्धव बोले- मोदी सरकार लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ, हम इन्हें बचाने साथ आए हैं
नई दिल्ली। दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र सरकार अध्यादेश लेकर आई है। दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) इसका विरोध कर रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस अध्यादेश के विरोध में विपक्षी दलों के समर्थन के लिए नेताओं से मिल रहे हैं।
मंगलवार को केजरीवाल ने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। आज उन्होंने मुंबई में उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा और दिल्ली की मंत्री आतिशी भी थीं। इस मौके पर उद्धव ने कहा कि हम संविधान को बचाने साथ आए हैं।
मोदी सरकार संविधान और लोकतंत्र के खिलाफः उद्धव
इस मुलाकात को लेकर उद्धव ने कहा कि हम देश और लोकतंत्र को बचाने के लिए साथ आए हैं। मुझे लगता है कि हमें विपक्षी पार्टी नहीं कहा जाना चाहिए, बल्कि केंद्र सरकार को विपक्ष कहा जाना चाहिए क्योंकि वे संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने वादा किया है कि संसद में हमारा साथ देंगे और अगर ये बिल संसद में पास नहीं हुआ तो 2024 में मोदी सरकार दोबारा सत्ता में नहीं आ पाएगी।
गुरुवार को शरद पवार से मिलेंगे केजरीवाल
गुरुवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से उनकी मीटिंग है। इससे पहले सोमवार को कांग्रेस ने केजरीवाल का समर्थन किया था। पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा- संसद के मानसून सत्र में अगर केंद्र सरकार अध्यादेश पर बिल लाती है तो हम इसका विरोध करेंगे।
हमें चिंता है, वे संविधान बदल सकते हैंः ममता
ममता बनर्जी ने मंगलवार को केजरीवाल से मुलाकात के बाद एक साथ मीडिया से बात की। ममता ने कहा- केंद्र सरकार को घमंड हो गया है। वे क्या सोचते हैं, क्या हम उनके बंधुआ मजदूर हैं, नौकर हैं। हमे तो इस बात की चिंता है कि कहीं वे देश का संविधान ही न बदल डालें। वे संविधान को ध्वस्त करना चाहते हैं। केवल सुप्रीम कोर्ट ही देश को बचा सकता है।