
जम्मू/श्रीनगर/नई दिल्ली। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकत से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान ने शुक्रवार को फिर जम्मू-कश्मीर के उरी, पुंछ और कुपवाड़ा सेक्टर में भारी गोलीबारी की। भारतीय सेना इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि पुंछ जिले को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। पुंछ में सबसे ज्यादा लोग हताहत हुए हैं। इससे पहले भारतीय सेना ने बताया कि पाकिस्तान के सशस्त्र बलों ने गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात को पूरी पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और अन्य हथियारों का इस्तेमाल करते हुए कई हमले किए। लेकिन भारत ने इन्हें मार गिराया। भारतीय सेना ने वीडियो शेयर करते हुए कहा कि सभी नापाक इरादों का बलपूर्वक जवाब दिया जाएगा। सेना ने आगे बताया कि पाकिस्तानी ड्रोन हमलों को प्रभावी ढंग से विफल किया गया और संघर्ष विराम उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब दिया गया। भारतीय सेना राष्ट्र की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सभी नापाक मंसूबों का बलपूर्वक जवाब दिया जाएगा।
भारत ने गुरुवार रात जम्मू, पठानकोट, उधमपुर एवं कुछ अन्य स्थानों पर सैन्य ठिकानों पर पाकिस्तानी मिसाइल एवं ड्रोन हमलों को नाकाम कर दिया। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच बड़े सैन्य संघर्ष की आशंका बढ़ हो गई है। अखनूर, सांबा, बारामूला और कपुवाड़ा तथा विभिन्न स्थानों पर विस्फोट और सायरन की आवाज सुनी गईं।
भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के प्रयासों को विफल किए जाने के बाद रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा करने और अपने लोगों की रक्षा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सीमा के समीप आज जम्मू, पठानकोट एवं उधमपुर में सैन्य प्रतिष्ठानों को पाकिस्तान से आने वाली मिसाइल एवं ड्रोन ने निशाना बनाने का प्रयास किया।’’ प्रवक्ता ने कहा कि इन खतरों को मानक संचालन प्रक्रिया का पालन करते हुए तत्परता से विफल कर दिया गया। उन्होंने कहा कि किसी के हताहत होने या किसी संपत्ति की हानि होने की सूचना नहीं है।’’ अधिकारी ने कहा कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति के बीच संघर्ष दूसरे दिन और बढ़ गया।
आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में न आने पाए दिक्कत
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'वर्तमान परिस्थिति में नागरिकों को आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति सरलता से मिलती रहे, इसके लिए प्रशासन को सुदृढ़ व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। आवश्यक वस्तुओं की कीमतें नियंत्रण में रहें, इसके लिए भी प्रत्येक जिला कलेक्टर को विशेष निर्देश दिए गए हैं। आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी या कालाबाजारी न हो, इसके लिए सभी विक्रेताओं, रिटेलर्स, प्रोसेसर्स, मिलर्स और आयातकों को आवश्यक कानूनी प्रावधानों का पालन करने की सख्त हिदायत दी गई है।'