जबलपुर। मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी अभियान का शंखनाद करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज बिना किसी का नाम लिए कहा कि प्रदेश ने 18 साल सब कुछ देख लिया, अब छह महीने का समय है, इसमें यहां के लोग वर्तमान सरकार का आंकलन करते हुए देखे कि दूसरे राज्यों में कांग्रेस की सरकारें कैसा काम कर रही हैं।
श्रीमती वाड्रा ने यहां आयाेजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे यहां कोई चुनाव प्रचार करने या किसी की आलोचना करने नहीं, बल्कि लोगों को जागरुक करने आई हैं कि जो चीजें कांग्रेस पार्टी देख पा रही है, वो सभी लोग देखें और नेताओं को सच बोलने के लिए मजबूर करें। इस दौरान उन्होंने भावुक अंदाज में ये भी कहा कि उनके परिवार के सदस्यों ने राष्ट्र निर्माण के लिए खून दिया है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए केंद्र और प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि निर्माण करना बहुत कठिन है, जबकि सत्ता को भोगना बहुत आसान है। उन्होंने कहा कि ये सच्चाई जनता को देखनी चाहिए और इसीलिए वे जागरुकता फैलाने आई हैं।
जनसभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, स्थानीय विधायक तरुण भनोत भी उपस्थित रहे।
श्रीमती वाड्रा ने कहा कि राष्ट्र निर्माण की बुनियाद पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने की। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी हरित क्रांति लेकर आईं, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देश को आधुनिक बनाने में अहम भूमिका निभाई और इसी क्रम को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने बेहतर कार्यों से आगे बढ़ाया।
अपने संबोधन में श्रीमती वाड्रा ने प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने की स्थिति में सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू करने, महिलाओं को प्रति माह डेढ़ हजार रुपए देने, गैस सिलेंडर 500 रुपए में देने, सौ यूनिट बिजली मुफ्त देने, दो सौ यूनिट बिजली बिल आधे किए जाने, किसानों की कर्जमाफी को दोबारा शुरु करने और पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार में शेष बचे किसानों की कर्जमाफी करने की भी घोषणा की। इसी दौरान उन्हाेंने 15 महीने की कमलनाथ सरकार के जनहित के कार्य भी गिनाए। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय 27 लाख किसानों के कर्ज माफ किए गए।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता श्रीमती वाड्रा ने प्रदेश सरकार पर लगातार हमला बोलते हुए कहा कि कुछ दिन पहले भाजपा सरकार ने जबलपुर में ही एक बड़ी योजना की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि इतने लंबे समय से सरकार चल रही थी, पर ये सरकार चुनाव के समय ही घोषणाएं क्यों कर रही है। घोषणा करने वाले चुनाव जीत भी जाते हैं, लेकिन वादे भुला दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि बार-बार यही होता है, जनता के जज्बातों के आधार पर वोट मांगे जाते हैं और बाद में सभी वादे भुला दिए जाते हैं। ये उचित नहीं है। धर्म में जो आस्था होती है, इस तरह की आस्था राजनीति में क्यों नहीं होती। ये कर्मकांड क्यों हो गया।
उन्होंने प्रदेश के मुद्दों का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा ने लगभग 220 महीने के कार्यकाल में लगभग 225 घोटाले किए। उन्होंने उज्जैन स्थित श्री महाकाल लोक में हाल ही में मूर्तियों के क्षतिग्रस्त होने के संदर्भ में कहा कि भाजपा ने मां नर्मदा से लेकर महाकाल लोक को भी नहीं छोड़ा। वहां भी घोटाला किया गया।
श्रीमती वाड्रा ने कहा कि 18 साल से जनता के साथ गलत हो रहा है। धनादेश के बल पर जनादेश को कुचला गया, जोड़तोड से कांग्रेस की सरकार गिरा दी। इसके बाद भी अगर भाजपा सरकार कुछ अच्छा करती तो शायद ठीक होता, पर ऐसा कुछ नहीं किया गया।
उन्होंने पिछले कुछ समय में प्रदेश में प्रश्नपत्र लीक होने के मामलों के संदर्भ में कहा कि बच्चे मेहनत से पेपर देते हैं, पर कोई नतीजा नहीं निकलता। पद खाली पड़े हैं, सरकार कुछ नहीं कर रही। उन्होंने एक कहानी के माध्यम से भी सरकार पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि महंगाई, भूख, बेरोजगारी बढ़ रही है, पर जनता को बताया जा रहा है कि 'सुनहरा समय' चल रहा है।
उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि देश प्रदेश चलाने के लिए एक विजन और इच्छा होनी चाहिए निर्माण कराने की। कांग्रेस सरकारों ने काम कराए। पर सत्ता में आस्था रखने वाले कभी जनता की सुनवाई नहीं करते, जबकि कांग्रेस सुनवाई करती है। इसके साथ ही उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में कांग्रेस सरकारों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सूची गिनाई।
इसके पहले श्रीमती वाड्रा ने 'संस्कारधानी' के नाम से मशहूर जबलपुर स्थित ग्वारी घाट पर मां नर्मदा की विधिवत पूजा-अर्चना और नर्मदा आरती भी की।