0 34,359 सीटें जीत चुकी, भाजपा का 9,545 सीटों पर कब्जा
0 टीएमसी पर कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या का आरोप
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद चुनाव के वोटों की गिनती बुधवार को दूसरे दिन भी जारी है। टीएमसी बंपर बढ़त बनाए हुए है। ग्राम पंचायत में 34,359 सीटें जीत चुकी है।
वहीं भाजपा 9,545 सीटों पर जीत के साथ दूसरे नंबर पर है। पंचायत समिति और जिला परिषद में भी ममता की पार्टी आगे है।
इस बीच राज्य में चुनावी हिंसा का दौर थम नहीं रहा है। बुधवार को टीएमसी पर कांग्रेस कार्यकर्त्ता राजेश शेख की हत्या का आरोप लगा। वहीं, बम हमले में टीएमसी कार्यकर्ता असिक आलम घायल हो गया। बीती रात साउथ 24 परगना के दो इलाकों में हिंसा की घटनाएं हुईं। इनमें 3 लोग मारे गए और SP घायल हो गए।
पहली घटना भांगर में हुई, जहां आईएसएफ और टीएमसी के कार्यकर्ता भिड़ गए। यहां आईएसएफ के दो लोग मारे गए। परिवार का आरोप है कि हमलावर पुलिस की वर्दी में आए थे और उन्होंने आईएसएफ के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की।
दूसरी घटना यहां से 60-70 किमी दूर रायदिघी में हुई। यहां पर भाजपा और टीएमसी की भिड़ंत हुई, जिसमें टीएमसी का एक कार्यकर्ता मारा गया। इस तरह अब तक चुनावी हिंसा में राज्य में 42 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
टीएमसी ने आरोप लगाया है कि बंगाल के लोगों का दिल जीतने में फेल रही भाजपा बदले की कार्रवाई पर उतर आई है! पूर्व मेदिनीपुर के खेजुरी में, हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर भाजपा के गुंडों ने हमला किया गया। विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने चुनाव से पहले बंगाल के लोगों की सेवा करने का दावा किया था लेकिन वह अब हिंसा भड़का रहे हैं।
रविशंकर प्रसाद बोले-ममता की राजनीति वाम दलों से बदतर
भाजपा की फैक्ट फाइंडिंग टीम के प्रमुख रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा कि ममता बनर्जी की राजनीति वाम दलों से भी बदतर हो गई है। राज्य में हर चुनाव के दौरान कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ता है। भाजपा ने उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनावों में जीत दर्ज की थी, लेकिन तब राज्य में हिंसा के मामले नहीं देखे गए। बंगाल में ऐसे मामले क्यों होते हैं? उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी से भी पूछना चाहूंगा कि बंगाल में उनके पार्टी कार्यकर्ता हिंसा का शिकार हो रहे हैं, फिर भी वे चुप क्यों हैं? चुनावों के दौरान 48 लोगों की हत्या होना लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। मैं उम्मीद करता हूं कि ममता बनर्जी हमारे चार सांसदों को हिंसा-प्रभावित इलाकों का दौरा करने देंगी।
8 जुलाई को हुआ था पंचायत चुनाव
पश्चिम बंगाल की 73,887 ग्राम पंचायत सीटों में से 64,874 पर 8 जुलाई को मतदान हुआ था। बाकी 9,013 सीटों पर उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया था। निर्विरोध चुने जाने वाले उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 8,874 तृणमूल कांग्रेस से हैं।
चुनाव के दौरान कई बूथों पर हिंसा और बूथ कैप्चरिंग की घटनाएं दर्ज हुई। इसके बावजूद 80.71% मतदान हुआ। शिकायतों के बाद चुनाव आयोग ने सोमवार (10 जुलाई) को 19 जिलों के 697 बूथों पर दोबारा वोटिंग करवाई। वोटिंग 69.85% हुई और हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई।