0 राज्यपाल हरिचंदन ने दिलाई शपथ, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी बधाई
रायपुर। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने शुक्रवार को यहां राजभवन के दरबार हॉल में विधायक मोहन मरकाम को मंत्री पद की शपथ दिलाई। श्री मरकाम ने हिंदी में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल श्री हरिचंदन एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शपथ ग्रहण के पश्चात श्री मरकाम को पुष्प गुच्छ भेंट कर शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, महिला एवं बाल विकास अनिला भेंड़िया, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, नगरीय प्रशासन मंत्री शिवकुमार डहरिया, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, संसदीय सचिवगण, विधायकगण, निगम मंडल के अध्यक्ष, अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, राज्यपाल के सचिव अमृत कुमार खलखो सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
आदिवासी किसान परिवार से हैं मरकाम
मोहन मरकाम का जन्म एक किसान परिवार में कोंडागांव जिले के टेंडमुण्डा गांव में 15 सितंबर 1967 हुआ था। उनके पिता भीखराय मरकाम एक किसान थे। मरकाम ने शासकीय सेवा के रूप में शिक्षाकर्मी वर्ग 1 व शिक्षाकर्मी वर्ग 2 के रूप में भी काम किया। इसके अलावा उन्होंने कुछ दिनों तक भारतीय जीवन बीमा निगम में विकास अधिकारी और भारतीय स्टेट बैंक लाइफ में सीनियर एजेंन्सी मैनेजर के रूप में भी काम किया, लेकिन राजनीति में आने के लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी।
मरकाम का सियासी सफर
0 1990 में महेंद्र कर्मा की मौजूदगी में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ली थी।
0 1993, 1998, 2003 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से टिकट की दावेदारी भी की। लेकिन टिकट नहीं मिली।
0 2008 में मरकाम को पहली बार कोंडागांव सीट से चुनावी मैदान में लता उसेंडी के सामने उतारा था। जिसमें उन्हें 2771 मतों से हार का सामना करना पड़ा था।
0 2013 के चुनाव में पार्टी ने उन्हें फिर चुनावी मैदान में उतारा। इस चुनाव में भी मरकाम को हार का सामना करना पड़ा था।
0 2018 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने एक बार फिर मोहन मरकाम पर भरोसा दिखाया और इस बार उन्होंने भाजपा की लता उसेंडी को भारी मतों से हराया था।
0 2018 में बंपर जीत के बाद कांग्रेस ने PCC के तत्कालीन अध्यक्ष भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाया, और फिर मोहन मरकाम को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली।