नई दिल्ली। मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो ने सभी राज्यों के मादक पदार्थ रोधी कार्रवाई बलों के साथ मिलकर सोमवार को देश भर में अलग-अलग जगहों पर 2,381 करोड़ रूपए मूल्य के एक लाख 40 हज़ार किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थो को नष्ट किया गया जो एक दिन में सर्वाधिक मादक पदार्थ नष्ट करने का रिकॉर्ड है।
मादक पदार्थ तस्करी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा पर यहां आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन के दौरान ये मादक पदार्थ नष्ट किये गये। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस सम्मेलन की अध्यक्षता की। सम्मेलन के दौरान देश भर में ब्यूरो के विभिन्न एजेन्सियों के साथ समन्वय से विभिन्न हिस्सों में 2,381 करोड़ रूपए मूल्य के एक लाख 40 हज़ार किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थो को नष्ट किया गया, जो एक दिन में सर्वाधिक मादक पदार्थ नष्ट करने का रिकॉर्ड है।
श्री शाह ने इस मौके पर कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी और उपयोग से ना सिर्फ आने वाली नस्लें बरबाद होती हैं, बल्कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा भी प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय क्षेत्रीय सम्मेलनों के माध्यम से निरंतर अभियान चला रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान देश के सामने लक्ष्य रखा है कि जब देश की आज़ादी की शताब्दी मनाई जाए तब तक भारत और इसके युवा नशामुक्त हो जाएं। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्यों और केन्द्र दोनों को मिलकर काम करना ज़रूरी है। उन्होंने इस मौके पर परमवीर चक्र से सम्मानित निर्मलजीत सिंह सेखों को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज ब्यूरो के अमृतसर क्षेत्रीय कार्यालय के लिए 12 करोड़ रूपए की लागत से एक नए भवन का निर्माण, भुवनेश्वर कार्यालय का उद्घाटन और दिल्ली में एक नए कार्यालय का भूमिपूजन भी हुआ है। उन्होंने कहा कि इन कार्यालयों के माध्यम से इन दोनों राज्यों में नशे के खिलाफ लड़ाई और मज़बूती होगी। उन्होंने कहा कि आज यहां नशामुक्त भारत पर एक सार संग्रह का विमोचन भी किया गया है। उन्होंने कहा, “ ड्रग्स के खिलाफ इस लड़ाई में हम जितनी जानकारी जिला तंत्र, एनजीओ और स्कूलों तक पहुंचाएंगे, यह लड़ाई उतनी मजबूत होगी। ये सिर्फ नशे पर नकेल कसने या संपूर्ण विजय प्राप्त करने की लड़ाई नहीं है, बल्कि इस लड़ाई में सबसे बड़ी विजय प्राप्त करने का रास्ता जागरूकता पैदा करना है। जब तक हम देश के युवाओं और अभिभावकों के मन में नशे के खिलाफ जागरूकता पैदा नहीं करते, तब तक ये लड़ाई हम नहीं जीत सकते।
श्री शाह ने कहा कि 2006 से 2013 के बीच मादक पदार्थों से संबंधित अपराधों में कुल 1250 मामले दर्ज हुए थे, जबकि 2014 से 2023 के 9 सालों में 3,700 मामले दर्ज हुए हैं, जो 200 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। पहले कुल 1,360 गिरफ्तारी हुई थी, जो अब 5,650 हो गई हैं, जो 300 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। ज़ब्त पदार्थों की मात्रा पहले 1.52 लाख किलोग्राम थी, जो अब 160 प्रतिशत बढ़कर 3.94 लाख किलोग्राम हो गई है। उन्होंने कहा कि 2006 से 2013 के बीच 5,900 करोड़ रूपए के ड्रग को नष्ट किया गया था, 2014 से 2023 के बीच 18,100 करोड़ रुपए के मादक पदार्थ नष्ट किये गये जो इस अभियान की सफलता को दर्शाता है।
सम्मेलन में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना भी उपस्थित थे। इसके अलावा पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक, केन्द्र शासित प्रदेशों जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के उपराज्यपाल, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी सम्मेलन में शामिल हुए। ओडिशा के गृह राज्य मंत्री ने सम्मेलन में भाग लिया। केन्द्रीय गृह सचिव, ब्यूरो के महानिदेशक और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों तथा सरकार के संबद्ध मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी सम्मेलन में उपस्थित थे।