रायपुर-12 अगस्त,2023 दुर्ग में एक व्यक्ति का पता चला जो ट्रेन नंबर 18242 अंबिकापुर -दुर्ग एक्सप्रेस से दिनांक 10.08.2023 में टिकट चेकिंग स्टाफ के रूप में काम कर रहा था। उनसे यात्री यात्री मोहम्मद रफीक ने टिकट मांगा और उनके टिकटों की जांच की, तो यात्री यात्री मोहम्मद रफीक को उनकी कार्यशैली देखकर संदेह हुआ कि वह टीटी तो नही हैं। एमडी रफीक ने उसलापुर के आरपीएफ को घटना का विवरण बताया, जिस पर आरपीएफ ने ट्रेन में संदेहात्मक व्यक्ति को ढूंढा पर वह नहीं मिला।
दूसरे दिन को एमडी रफीक जब लिए दुर्ग स्टेशन आये तो वहां वही संदेहात्मक व्यक्ति पीएफ नं. 4 पर बैठा पाया गया।
उन्होंने टीटी कार्यालय दुर्ग से संपर्क किया, जहां श्री. पी.के.यादव, डिप्टी सिटी सिटी और चन्द्रशेखर, सीटीसी ड्यूटी पर थे, जहां उन्होंने टीटीआई स्टाफ से असली टिकट चेकिंग स्टाफ को सभी बातें बताईं। श्री। पी.के.यादव और चन्द्रशेखर तत्काल दुर्ग स्टेशन पर उस व्यक्ति (फर्जी टी टी) से पूछताछ की, जिसने खुद को रेलवे कर्मचारी को बताया और बताया कि वो डोंगरगढ़ में भर्ती था, लेकिन उसके पास एक डुप्लीकेट रेलवे कार्ड था, जिसमें उसका नाम संतोष दर्शाया गया था। संदेह होने पर टीसी ने व्यक्ति से अन्य पहचान पत्र दिखाने को कहा। जबरदस्ती करने पर उस व्यक्ति ने अन्य पहचान पत्र आधार कार्ड दिखाया जिसमें उसका नाम अवधेश साहू दर्शाया गया था।
वाणिज्य विभाग के टिकट जांच कर्मियो ने रेलवे सुरक्षा बल एवं जीआरपी की मदद से उस व्यक्ति को टीसी कार्यालय में लाकर चेक किया और उसके बैग की तलासी ली , जिसमें रेलवे नौकरी प्रदान करने के संदिग्ध दस्तावेज थे।
उक्त संदिग्ध व्यक्ति पर रेलवे सुरक्षा बल एवं जीआरपी ने अपने अधीन ले नियमानुसार कार्यवाही की।