नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को 9 सितंबर को होने वाले जी20 नेताओं के डिनर में नहीं बुलाया गया है। ये डिनर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देंगी। इस पर तमिलनाडु के कांग्रेस नेता मोहन कुमारमंगलम ने कहा कि मोदी हैं तो मनु हैं। खड़गे को इसलिए नहीं बुलाया, क्योंकि वे दलित हैं। वहीं, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि असहमति का सम्मान किया जाना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोहन कुमारमंगलम ने ये भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी महर्षि मनु की विरासत थामे हुए हैं। ऐसे कई इवेंट्स हुए, जहां निचली जाति के नेताओं को नहीं बुलाया। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अयोध्या के राम मंदिर के भूमिपूजन में आमंत्रित नहीं किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नई संसद के उद्घाटन में नहीं बुलाया गया।
असहमति का सम्मान किया जाना चाहिएः सीएम बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को डिनर में ना बुलाया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। विपक्ष की असहमति का सम्मान किया जाना चाहिए।
इससे मोदी सरकार की सोच पता चलती हैः राहुल
राहुल गांधी यूरोप दौरे पर हैं। 8 सितंबर को उन्होंने ब्रसेल्स (बेल्जियम) में कहा कि जी20 की अध्यक्षता मिलना देश के लिए अच्छी बात है। सरकार ने जी20 के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे को न्योता नहीं दिया। इससे साबित होता है कि वो देश की 60% जनता का नेतृत्व करने वालों को महत्व नहीं देते हैं। यह सरकार की सोच को भी दर्शाता है।