0 5 लेयर सुरक्षा तोड़कर लोकसभा में घुसे प्रदर्शनकारी
0 खालिस्तानी आतंकी पन्नू की धमकी भी सुरक्षा में हुई चूक
0 संसद में कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई
नई दिल्ली। संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर आज (बुधवार को) लोकसभा में उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब विजिटर्स गैलरी से 2 युवक अचानक नीचे कूद गए। उस समय लोकसभा में बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू अपनी बात रख रहे थे। युवक सदन की बेंच पर कूदते हुए आगे बढ़ने लगे। इसी बीच उन्होंने जूते से निकालकर कुछ स्प्रे किया, जिससे सदन में पीला धुआं फैलने लगा।
अचानक हुए इस घटनाक्रम से पूरे सदन में भगदड़ मच गई। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने संसद पर हमले की धमकी दी थी। इसके बाद से ही दिल्ली पुलिस अलर्ट पर थी। फिर भी 5 लेयर सुरक्षा तोड़कर लोकसभा में ये प्रदर्शनकारी घुसे और हंगामा किया। इस घटना के बाद विपक्ष ने दोनों सदनों में और बाहर संसद भवन की सुरक्षा का मामला उठाया। विपक्ष के नेताओं ने इसे अत्यंत गंभीर सुरक्षा चूक बताते हुए गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने नये संसद भवन की डिजाइन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला किया।
रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के एन के प्रेमचंद्रन ने कहा कि अमेरिका स्थित खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने दिसंबर में संसद पर हमला करने की धमकी दी थी। जांच की जानी चाहिए कि कहीं ये युवा उसी साजिश के तहत तो नहीं आए थे।
यह दिल दहला देने वाली घटना करीब एक बजे हुई जिस समय लोकसभा में शून्यकाल चल रहा था और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के श्री राजेन्द्र अग्रवाल सदन में कार्यवाही का संचालन कर रहे थे। इस घटना के बाद राजधानी और समूचे देश में सनसनी फैल गयी। दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी संसद भवन पहुंच गए और दीर्घाओं को खाली कराने के बाद जांच शुरू हो गई।
लोकसभा में शून्य काल में भाजपा के सदस्य खगेन मुर्मु अपने संसदीय क्षेत्र से संबंधित लोक महत्व के किसी विषय पर बोल रहे थे तभी पीठासीन अधिकारी राजेंद्र अग्रवाल का ध्यान पीछे की ओर गया जहां एक युवक दर्शक दीर्घा से कूद कर बेंचों को फांदते हुए आगे बढ़ रहा था। तीन पंक्ति बाद उसे राष्ट्रीय जनता पार्टी के सदस्य हनुमान बेनीवाल ने पकड़ लिया और कुछ सदस्यों ने उसे पीटना शुरू कर दिया। तभी एक और युवक दर्शक दीर्घा की रेलिंग से लटक कर सदन के अंदर कूदा और तेजी से गैलरी से सदन के बीच की ओर दौड़ पड़ा। उसे कांग्रेस के सांसद गुरजीत सिंह औजला ने पकड़ कर पिटाई की।
दोनों युवकों ने हाथापाई के बीच अपने जूतों से कोई स्प्रे निकाल कर फैला दिया जिससे पीला धुआं और बदबू फैल गई। उस समय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी सदन में थे। इस घटना के होने पर रक्षा मंत्री को सदन के बाहर सुरक्षित निकाला गया।
श्री बेनीवाल ने बाद में बताया कि जब युवा की पिटाई की गयी तो उसने कहा कि वह देशभक्त है और मौजूदा संविधान को बचाने आया है। उन्होंने, ‘तानाशाही नहीं चलेगी’, नारे लगाये, जबकि दोनों युवाओं के दो साथी दर्शक दीर्घा से उनका मनोबल बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे। उनमें से एक युवती भी थी। सांसद श्री बेनीवाल ने कहा कि यदि वह गैस जहरीली होती तो न जाने कितने सांसदों की जान संकट में आ जाती। सूत्रों के अनुसार दीर्घा वाले दोनों युवा वहां से भाग निकले थे लेकिन उन्हें बाद में दिल्ली पुलिस ने परिवहन भवन के पास हिरासत में ले लिया और उन्हें संसद मार्ग थाने ले जाया गया।
लोकसभा में घुसे दोनों युवक गिरफ्तार
लोकसभा में प्रदर्शन कर रहे युवकों को कुछ सांसदों ने घेरकर पकड़ लिया। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। उनके नाम सागर शर्मा (लखनऊ) और डी मनोरंजन (मैसुरु) हैं। कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने बताया कि मैंने हंगामा करने वाले को सबसे पहले पकड़ा।
सांसदों ने युवकों की पिटाई कर डाली
युवकों की गिरफ्तारी से पहले कुछ सांसदों ने उनकी पिटाई भी की। यह सब देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
संसद के बाहर भी प्रदर्शन कर रहे 2 गिरफ्तार
जब दोनों युवक संसद के अंदर हंगामा कर रहे थे, तभी दो अन्य अमोल शिंदे (लातूर, महाराष्ट्र) और नीलम (हिसार) संसद के बाहर नारेबाजी-प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि पुराने संसद भवन पर 13 दिसंबर 2001 को 5 आतंकियों ने हमला किया था। इसमें दिल्ली पुलिस के 5 जवान समेत 9 लोगों की मौत हुई थी।
कुल 6 लोग थे, दो सदन के अंदर और दो बाहर, 2 अभी फरार
इस घटना में कुल 6 लोग शामिल बताए जा रहे हैं। सागर और मनोरंजन सांसद विजिटर पास से लोकसभा में घुसे। वहीं, सदन के बाहर अमोल और ने पीले रंग का धुआं छोड़ा। इनके पास से कोई फोन या बैग बरामद नहीं हुआ। बाहर से गिरफ्तार हुए दोनों लोगों का दावा है कि ये खुद संसद पहुंचे और उनका किसी संगठन से ताल्लुक नहीं है।
पांचवें व्यक्ति का नाम ललित झा बताया जा रहा है, जो गुरुग्राम में रहता था। छठे व्यक्ति का नाम सामने नहीं आया है। ये दोनों फिलहाल फरार हैं। पुलिस ने बताया कि सभी 6 लोग ऑनलाइन मिले थे। ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जिससे ये अंदाजा लगे कि इनका संबंध किसी आतंकी संगठन से है।
नीलम ने संसद के बाहर नारेबाजी की। कहा कि तानाशाही नहीं चलेगी। संविधान बचाओ। मणिपुर को इंसाफ दिलाओ। महिलाओं पर अत्याचार नहीं चलेगा। भारत माता की जय। जय भीम, जय भारत।
एक घंटे बाद कार्यवाही फिर शुरू हुई
यह घटना दोपहर एक बजे की है। इसके बाद दोपहर 2 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई। आते ही लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा- अभी हुई घटना सबकी चिंता का विषय है। इसकी जांच जारी है। दिल्ली पुलिस को भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह साधारण धुआं था। डिटेल जांच के नतीजे आने पर सबको इससे अवगत कराया जाएगा। इस मामले पर डीएमके सांसद टीआर बालू ने सवाल पूछना चाहा, तो स्पीकर ने कहा कि दोनों लोग पकड़ लिए गए हैं। उनके पास मिले सामान को जब्त कर लिया गया है। जो दो लोग सदन के बाहर थे, उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके बाद कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि 2001 में संसद पर हमला हुआ था। आज फिर इसी दिन हमला हुआ है। क्या इससे साबित होता है कि सुरक्षा में चूक हुई है।
पन्नू ने दी थी संसद पर हमले की धमकी
अमेरिका में रहने वाले पन्नू ने वीडियो जारी करके कहा था- हम संसद पर हमले की बरसी वाले दिन यानी 13 दिसंबर या इससे पहले संसद की नींव हिला देंगे। पन्नू ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू के साथ एक पोस्टर जारी किया था। पन्नू का वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा था- किसी को भी कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जब संसद चलती है, तो हम हाई अलर्ट पर रहते हैं ताकि कोई भी किसी तरह की गड़बड़ी न फैला सके।
खगेन मुर्मू ने कहा- मुझे लगा कोई आ रहा है
लोकसभा सांसद खगेन मुर्मू ने बताया, 'मैं स्पीच दे रहा था। तभी दायीं तरफ से आवाज आई तो मुझे लगा कि कोई आ रहा है। सामने की तरफ से सांसद और सिक्योरिटी गार्ड पकड़ो-पकड़ो चिल्लाने लगे। वे हाथ में कुछ लिए थे, जिससे धुआं निकल रहा था। सदन धुएं से भर गया। युवक सीधे स्पीकर की तरफ जा रहे थे। तानाशाही नहीं चलेगी का नारा लगा रहे थे। उस वक्त स्पीकर की कुर्सी पर राजेंद्र अग्रवाल बैठे थे।
सदन की गैलरी से कूदे दोनों युवकों में से एक को कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने पकड़ा। इस दौरान उनके हाथ में भी पीला रंग लग गया। ओजला ने संसद के बाहर मीडिया को यह बात बताई।