रायपुर। राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने संत बाबा गुरू घासीदास की जयंती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। राज्यपाल श्री हरिचंदन ने कहा कि महान संत बाबा गुरू घासीदास ने सामाजिक, आर्थिक, शोषण तथा जातिवाद, सामंतियों के अन्याय और अत्याचार के विरूद्ध आवाज उठाकर मनखे मनखे एक समान है का संदेश दिया। श्री हरिचंदन ने कहा कि समाज को एकता के सूत्र में पिरोने वाले बाबा गुरु घासीदास शांति, सामाजिक समरसता के प्रतीक हैं। समाज को नई दिशा प्रदान करने में उनका अतुलनीय योगदान है। उनके उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सतनाम पंथ के प्रवर्तक बाबा गुरु घासीदास जी की 18 दिसम्बर को जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। श्री साय ने कहा है कि बाबा गुरु घासीदास जी ने अपने उपदेशों के माध्यम से दुनिया को सत्य, अहिंसा और सामाजिक सद्भावना का मार्ग दिखाया। उन्होंने ’मनखे-मनखे एक समान’ के प्रेरक वाक्य के साथ यह संदेश दिया कि सभी मनुष्य एक समान है। उन्होंने शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ सामाजिक समरसता और सबके उत्थान की दिशा में काम किया। श्री साय ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास जी ने लोगों को मानवीय गुणों के विकास का रास्ता दिखाया और नैतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना की। उनका जीवन दर्शन और विचार मूल्य पूरी मानव जाति के लिए कल्याणकारी है और अनुकरणीय है।